Bhopal News: भोपाल में शुक्रवार को रविंद्र भवन में 8 वें AMP नेशनल अवार्ड फॉर एक्सीलेंस इन एजुकेशन 2024 का आयोजन हुआ। जिसमें देशभर के 150 शिक्षकों को उनके शिक्षा के क्षेत्र में दिए गए योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यह अवार्ड शिक्षकों की कड़ी मेहनत और समर्पण को पहचानने के लिए दिया जाता है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ने तौर पर राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने कहा, “शिक्षक हमारे समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे हमें शिक्षित करते हैं, हमें सिखाते हैं, और हमें अच्छे नागरिक बनाने में मदद करते हैं। वहीं शहर काजी ने कहा कि अच्छा शिक्षक पैगंबरों के स्तर के करीब होता है।
AMP के अध्यक्ष बोले हमारा उद्देश्य शिक्षकों प्रेरित करना
AMP के अध्यक्ष ने कहा, हमारा उद्देश्य शिक्षकों को उनके काम के लिए प्रेरित करना और उनके महत्व को समझना है। हमें गर्व है कि हम देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को सम्मानित कर रहे हैं। प्रो. फुरकान क़मर, पूर्व कुलपति राजस्थान विश्वविद्यालय और हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय, ने अपने मुख्य भाषण में कहा कि मुस्लिम समुदाय को उच्च शिक्षा में अपनी भागीदारी बढ़ानी चाहिए और सरकार से अधिक सुविधाएं मांगनी चाहिए, क्योंकि वे जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा हैं। उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों, महिलाओं और भूमिहीन श्रमिकों के लिए शिक्षा को सुलभ बनाने के लिए सार्वजनिक निवेश की आवश्यकता है, ताकि वे अपने जीवन में सुधार कर सकें।
पैगंबरों के स्तर के करीब पहुंच जाता है अच्छा शिक्षक
भोपाल के शहर काज़ी मौलाना सैयद मुश्ताक अली नदवी ने कहा, “हिंदुस्तान की धरती उपजाऊ है और इसके नागरिक अच्छे कार्यों के लिए तैयार हैं।” उन्होंने अल्लामा इकबाल के शब्दों को उद्धृत करते हुए यह बात कही। उन्होंने आगे कहा कि अल्लाह का शुक्रगुजार होना चाहिए कि उसने उन्हें शिक्षक बनाया, क्योंकि पैगंबर मोहम्मद (PBUH) की हदीस के अनुसार, एक अच्छा शिक्षक पैगंबरों के स्तर के करीब पहुंच सकता है। उन्होंने शिक्षकों को उनके महत्व और जिम्मेदारी की याद दिलाई।
देश एजुकेशन इंस्टीट्यूशंस में पद खाली पड़े
पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य ने शिक्षक दिवस पर आयोजित AMP नेशनल अवार्ड्स फॉर एक्सीलेंस इन एजुकेशन 2024 के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने सभी शिक्षकों का स्वागत किया और AMP की पहल की सराहना की, जिसका उद्देश्य मुस्लिम पेशेवरों को समाज में योगदान के लिए एकजुट करना है।
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7 श्रेणियों में इन्हें दिए गए पुरस्कार
स्व. इब्राहिम कुरैशी मेमोरियल अवार्ड प्रो. फुरकान क़मर को शिक्षा में उनकी असाधारण सेवा के लिए दिया गया। लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड चार शिक्षकों को दिया गया: हज़रत मौलाना सैय्यद मुहम्मद अक़ील, जमालुद्दीन अहमद खान, शरीफा ए. अज़ीज़, और शीला लॉरेंस। इसके अलावा, 78 शिक्षकों को विशेष जूरी पुरस्कार और 50 शिक्षकों को “माई फेवरेट टीचर” पुरस्कार दिया गया।