भोपाल। Kabootar Rescue: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में 5 जनवरी, शुक्रवार को एक कबूतर (Kabootar Rescue) मोबाइल टॉवर पर 65 फीट की ऊंचाई पर पतंग की डोर में फंस गया था।
कबूतर (Kabootar Rescue) का पैर मांझा में फंसा हुआ था। जिसका रेस्क्यू भोपाल नगर निगम (BMC) की फायर ब्रिगेड की टीम (Fire Brigade Team) ने किया।
मौके पर हाइड्रोलिक प्लेटफार्म को पहुंचाना ही था सबसे बड़ी चुनौती
कबूतर (Kabootar Rescue) जिस जगह मोबाइल टॉवर (Mobile Tower) पर फंसा था, निगम (BMC) के लिए सबसे बड़ी चुनौती वहां हाइड्रोलिक प्लेटफार्म (Hydraulic Platform) को पहुंचाना ही था। राजधानी का ईदगाह हिल्स हैवी ट्रैफिक, अव्यवस्थित पार्किंग और संकरी गलियों के कारण जाना जाता है। यहीं के मोबाइल टॉवर पर कबूतर (Kabootar Rescue) फंसा हुआ था।
भोपाल नगर निगम (BMC) की फायर टीम (Fire Brigade Team) को काफी मशक्कत और हाइड्रोलिक प्लेटफार्म (Hydraulic Platform) को इधर—उधर से घूमाकर टॉवर के पास लाना पड़ा।
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45 मिनिट तक चला रेस्क्यू
पक्षी प्रेमी (Bird Lover) रेनू सिंह ने मोबाइल टॉवर पर कबूतर (Kabootar Rescue) के फंसे होने की सूचना शाम 4.15 बजे फायर टीम को मोबाइल से दी। निगम के सहायक फायर आफिसर साजिद खान ने वायरलेस से तत्काल मौके पर हाइड्रोलिक प्लेटफार्म को भेजने के निर्देश दिए।
आधे घंटे बाद शाम 4.45 बजे हाइड्रोलिक प्लेटफार्म (Hydraulic Platform) मौके पर पहुंची, जिसके बाद 15 मिनिट के अंदर शाम 5 बजे हाइड्रोलिक प्लेटफार्म की मदद से फायर टीम के दो कर्मचारियों ने कबूतर (Kabootar Rescue) को मोबाइल टॉवर से रेस्क्यू कर लिया।
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कबूतर के पैर में मामूली चोट
मांझे में पैर फंसने के कारण कबूतर (Kabootar Rescue) के पैर में मामूली चोट आई है। पक्षी प्रेमी (Bird Lover) उसे अपने साथ ले गए हैं। उपचार के बाद उसे खुले आसमान में उड़ने के लिए छोड़ दिया जाएगा।
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