MP AGRICULTURE DEGREE COURSE START: प्रदेश के सभी सरकारी विश्वविद्यालयों और 18 कॉलेजों में कृषि विज्ञान की पढ़ाई कराई जाएगी। इससे युवाओं को कृषि के क्षेत्र में रोजगार मिलेगा। साथ ही साथ किसानों को खेती के लिए मार्गदर्शन भी मिलेगा।
बता दें कि अगले महीने की एक तारीख से मध्य प्रदेश के सभी 55 जिलों में पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस (PM College of Excellence) प्रारंभ किए जाएंगे।
कॉलेजों में पर्यटन, विमानन समेत अन्य रोजगारपरक पाठ्यक्रम (employment courses) प्रारंभ किए जाएं। सभी पाठ्यक्रम इसी सत्र से आरंभ किए जाएंगे। अब सीधे तौर पर छात्रों को फायदा होगा।
नए एकडेमिक सेशन से कई नए कोर्स होंगे शुरू
अकादमिक सत्र 2024-25 से BSC कृषि समेत अन्य व्यावसायिक पाठ्यक्रम प्रारंभ हों। सभी सरकारी विश्वविद्यालय और 18 स्वशासी कॉलेज (autonomous college) में BSC कृषि प्रारंभ किया जाए। इससे कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर मिलेंगे।
पायलट ट्रेनिंग के भी कोर्स होंगे शुरू
बता दें कि देश का पहला हेलीकाप्टर पायलट ट्रेनिंग स्कूल खजुराहो में आरंभ किया गया है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर और उज्जैन में पायलट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, निकटवर्ती विश्वविद्यालय के माध्यम से डिग्री और डिप्लोमा कोर्स की व्यवस्था की जाएगी।
विमानन एवं आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (Aviation and Artificial Intelligence) जैसे विषयों की बेहतर शिक्षण व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
इंदौर के कॉलेज में भी होगा कोर्स शुरू
इंदौर शहर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय और होलकर साइंस कॉलेज में BSC एग्रीकल्चर का कोर्स शुरू करने के लिए राज्य शासन ने मंजूरी जारी की गई है। कृषि स्नातक का यह पाठ्यक्रम वर्तमान नए सत्र से ही शुरू किया जा रहा है जिसके लिए 50-50 सीटे आवंटित की गई है।
छात्र अब कृषि महाविद्यालय के साथ-साथ परंपरागत विश्वविद्यालय व महाविद्यालय (University and College) में भी कृषि से संबंधित कोर्स की पढ़ाई कर सकेंगे।
अगले महीने से शुरू होंगे पीएम कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस
प्रदेश के सभी जिलों में पीएम कॉलेज आफ एक्सीलेन्स (PM College of Excellence) स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए चयनित महाविद्यालयों में अतिरिक्त पद की भी मंजूरी मिल गई है। ये सभी एक जुलाई से प्रारंभ होंगे और जिले का गौरव होंगे।
विद्यार्थियों को महाविद्यालय आने-जाने के लिए परिवहन व्यवस्था उपलब्ध करवाई जाए। महाविद्यालय और विश्वविद्यालय (colleges and universities) ऐसी छवि निर्मित की जाएगी कि अन्य राज्यों के बच्चे भी यहां पढ़ने आएं।