Bhopal Metro: भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट की बड़ी चुनौती मंगलवार, 3 सितंबर को सफलता पूर्वक पार कर ली गई। प्रोजेक्ट का दूसरा स्टील ब्रिज 3 घंटे में रेलवे ट्रैक के ऊपर रख दिया गया। 400 टन वजनी स्टील ब्रिज को बड़ी क्रेन और 75 हॉर्स पॉवर की मशीनों से उठाया गया। 200 से अधिक अधिकारी-कर्मचारी पूरे समय तैनात रहे। अब नीचे वाले ट्रैक से रेल और ऊपर वाले ब्रिज से मेट्रो गुजरेगी।
भोपाल मेट्रो रेल प्रोजेक्ट (Bhopal Metro) के तहत रानी कमलापति (RKMP) रेलवे स्टेशन और डीआरएम (DRM) ऑफिस के बीच रेलवे लाइन के ऊपर स्टील ब्रिज असेंबल किया गया। यह 65 मीटर लंबा है। बताते हैं, रेलवे लाइन के दोनों ओर कई महीने से पिलर बन कर तैयार थे और मेट्रो प्रोजेक्ट (Bhopal Metro) के अफसर ब्लॉक का इंतजार कर रहे थे। कुछ रोज पहले की डीआरएम ऑफिस तिराहे वाले ब्रिज के लिए ब्लॉक मिला था। ब्लॉक मिलते ही दोनों ओर गर्डर रखने की प्रोसेस तेज की गई और जल्द गर्डर रख दिए गए।
बड़ी क्रेनों की मदद से उठाया गया ब्रिज
मेट्रो कॉरपोरेशन के एमडी एस. कृष्ण चैतन्य की उपस्थिति में हबीबगंज नाका रेलवे ओवरब्रिज की लॉचिंग की गई। मेट्रो (Bhopal Metro) कॉरपोरेशन को सुबह 11.30 से 2.30 बजे तक तीन घंटे का ब्लॉक दिया गया था। इसके चलते 200 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी पहले से तैनात हो गए। जैसे ही ब्लॉक मिला, काम शुरू कर दिया गया। 400 टन वजनी इस स्टील ब्रिज की लंबाई 65 मीटर, चौड़ाई 15 मीटर और ऊंचाई 14 मीटर है। जिसे बड़ी क्रेन और 75 हॉर्स पॉवर की मशीनों की सहायता से खींचा और उठाया गया। टीम की मुस्तैदी के चलते ही टारगेट को समय सीमा में काम पूरा किया गया।
अब डीआरएम ऑफिस के स्टील ब्रिज के काम में आएगी तेजी
जानकारी के मुताबिक अब डीआरएम ऑफिस (कंपोसिट स्टील ब्रिज) के कार्य भी तेजी से किए जाएंगे। ताकि, हबीबगंज नाके से ट्रैफिक खोल दिया जाए। बताते हैं, इसी महीने यह काम भी पूरा कर लिया जाएगा। आज ब्रिज के असेंबल के दौरान मेट्रो के निदेशक (सिस्टम) शोभित टंडन, निदेशक (प्रोजेक्ट्स) अजय गुप्ता, महाप्रबंधक सिविल वायसी शर्मा, महाप्रबंधक सिविल संजय सिंह, महाप्रबंधक प्रोजेक्ट्स हरिओम शर्मा, एजीएम सिविल रंजीत कुमार आदि अफसर भी मौजूद (Bhopal Metro) थे।
अब डीआरएम ऑफिस तिराहे पर बनेगा 48 मीटर लंबा ब्रिज
जानकारी के अनुसार, इसी साल जनवरी-फरवरी में ब्रिज के पार्ट्स अलवर से भोपाल लाए गए थे। जिन्हें मार्च में असेंबल करना शुरू किया गया। करीब छह महीने से नाके का रास्ता भी डायवर्ट किया गया है। दूसरी ओर, डीआरएम ऑफिस तिराहे की सड़क के ऊपर ब्रिज के पॉर्ट्स असेंबल किए गए। इन्हें हर पिलर पर रखा गया है। रेलवे क्रॉसिंग के बाद दूसरा ब्रिज डीआरएम ऑफिस तिराहे पर 48 मीटर लंबा और 8 मीटर चौड़ा ब्रिज बनाया जाएगा। यह भी 14 मीटर ऊंचा होगा। ब्रिज बनने के बाद नीचे सड़क पर ट्रैफिक चलेगा और ऊपर मेट्रो (Bhopal Metro) दौड़ेगी।