MP Love Jihad Case: मध्यप्रदेश की राजधानी में एक बार फिर लव जिहाद का मामला सामने आया है। इस मामले में एक मुस्लिम युवक और एक हिंदू लड़की कोर्ट मैरिज करने के इरादे से भोपाल कोर्ट पहुंचे, लेकिन हिंदू संगठनों ने इसकी भनक लगते ही युवक को कोर्ट परिसर में ही पीट दिया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें युवक की पिटाई होते हुए देखा जा सकता है।
Bhopal Love Jihad: कोर्ट मैरिज के लिए हिंदू लड़की को कोर्ट लेकर पहुंचा था मुस्लिम युवक, हिंदू संगठन कार्यकर्ताओं ने की पिटाई…..#bhopal #lovejihad #hindugirl #courtmarriage #beatenup #mpnews #madhyapradesh pic.twitter.com/y3srkRBM3z
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) February 7, 2025
क्या है मामला?
मामला भोपाल कोर्ट का है, जहां एक मुस्लिम युवक और एक हिंदू लड़की कोर्ट मैरिज करने के लिए पहुंचे। युवक नरसिंहपुर का रहने वाला है और वह युवती से शादी करने के लिए भोपाल आया था। दोनों ने कोर्ट मैरिज की प्रोसेस शुरू कर दी थी, लेकिन इसकी जानकारी हिंदू संगठनों को हो गई। संगठन के कार्यकर्ता भी कोर्ट परिसर में पहुंच गए और युवक से बहस करने लगे।
हिंदू संगठनों ने युवक को बताया लवजिहाद का आरोपी
हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने युवक से उसके इरादों के बारे में सवाल किए और उसे लव जिहाद का आरोपी बताया। इसके बाद संगठन के कार्यकर्ताओं ने युवक को जमकर पीटा। पिटाई का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें कोर्ट परिसर के अंदर हिंदू संगठन के लोग युवक को पीटते हुए दिखाई दे रहे हैं।
क्या है लव जिहाद का मतलब?
लव जिहाद दो शब्दों से मिलकर बना है – लव और जिहाद। लव अंग्रेजी भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ प्रेम, इश्क या मोहब्बत होता है। वहीं, जिहाद अरबी भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ धर्म की रक्षा के लिए संघर्ष या प्रयास करना होता है।
लव जिहाद का अर्थ यह माना जाता है कि जब किसी विशेष धर्म का व्यक्ति दूसरे धर्म की लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाकर, किसी प्रकार का प्रलोभन देकर या विवाह के जरिए उनका धर्म परिवर्तन करवाने की कोशिश करता है, तो इस प्रक्रिया को लव जिहाद कहा जाता है।
MP IPS Service Meet: CM यादव वे किया पुलिस थानों के लिए पुरस्कार योजना का ऐलान, प्रदेश, संभाग और जिला स्तर पर पुरस्कार
मुख्यमंत्री ने कहा कि थानों के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए उनका ग्रेडेशन किया जाएगा। यह ग्रेडेशन जिला, संभाग और प्रदेश स्तर पर होगा, जिससे पुलिस व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाया जा सके।