भोपाल। इंसान बीमारी के नाम से हजार कदम दूर ही रहना चाहता है। क्योंकि बीमारी इंसानी जीवन को मुसीबत में डाल देती है। अगर बीमारी का इलाज सही समय पर नहीं कराया गया तो फिर जान जाने का भी खतरा बना रहता है। इन्हीं सभी चीजों को देखते हुए राजधानी भोपाल में प्रशासन ने एक विशेष अभियान को शुरू किया है। इस अभियान को नाम दिया गया है ‘निरोगी काया अभियान’। अभियान के तहत 30 सितम्बर तक 30 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को घर-घर जाकर स्क्रीनिंग किया जाएगा।
समय रहते रोग का पता लगाया जाएगा
ताकि समय रहते लोगों में नान-कम्युनिकेवल डिसीज का पता लगाया जा सके और उनका उपचार समय पर हो सके। स्वास्थ्य विभाग से जुड़े लोग 30 सितम्बर तक घर-घर जाकर नान-कम्युनिकेवल डिसीज की जानकारी एकत्रित करेंगे। अगर किसी व्यक्ति में इसकी पहचान होती है तो उन्हें तुरंत उपचार उपलब्ध करवाया जाएगा। भोपाल कलेक्ट अविनाश लवानिया ने इस अभियान के बारे में बताया कि डायबिटिज हाईपरटेंशन एवं कैंसर जैसी बीमारियों की सही समय पर पहचान करना बेहद आवश्यक है।
कलेक्टर की अपील
ऐसे में लोग अपनी जीवनशैली, लक्षणों एवं बीमारियों से संबंधी सभी जानकारी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से साझा करें, ताकि सही समय पर उनकी स्क्रीनिंग कर समुचित उपचार उपलब्ध करवाया जा सके। इस अभियान में आशा कार्यकताओं की मदद से घर-घर जाकर 30 वर्ष से अधिक उम्र के सभी व्यक्तिओं का सीबैक फॉर्म भरा जाएगा और प्रत्येक परिवार की जानकारी फेमेली फोल्डर में एकत्रित की जाएगी। सीबैक फॉर्म में जीवनशैली एवं रोगों की लाक्षणिकता के आधार पर अंक निर्धारित किये गए हैं। चार से अधिक रिस्क वाले व्यक्तियों की स्क्रीनिंग प्राथमिकता के आधार पर की जाएगी एवं एन.सी.डी. ऐप में दर्ज की जाएगी।
इतने लोगों की होगी जांच
भोपाल जिले के 91 स्वास्थ्य केंद्रो पर इस अभियान को संचालित किया जाएगा। जिसमें उप-स्वास्थ्य केन्द्र, शहरी एवं ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सम्मिलित हैं। एक अनुमान के मुताबिक इस अभियान में दो लाख 97 हजार लोगों की जांच की जाएगी।