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Syed Adnan Arrest: भोपाल के निशातपुरा इलाके से 20 वर्षीय सैयद अदनान को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने संदिग्ध आतंकी गतिविधियों के आरोप में गिरफ्तार किया है। जांच में खुलासा हुआ है कि अदनान सीरिया में बैठे ISIS के एक कमांडर के सीधे संपर्क में था, जिसने उसे दिल्ली में ब्लास्ट करने का निर्देश दिया था।
अदनान इंडस रीजेंसी कॉलोनी के मकान नंबर A-46 में अपने परिवार के साथ रहता था। उसके पिता सैयद गुलफाम एक प्रतिष्ठित कंपनी में अकाउंटेंट, जबकि मां शायना थिएटर आर्टिस्ट हैं। उसकी छोटी बहन स्कूल में पढ़ाई कर रही है।
पढ़ाई में होनहार, पर गुपचुप रच रहा था साजिश
अदनान ने 12वीं कक्षा 97% अंकों के साथ पास की थी। पिता ने उसकी प्रतिभा देखकर CA की तैयारी कराई। वह रोज कोचिंग जाता था और फिटनेस पर भी खास ध्यान देता था। पड़ोसियों के मुताबिक, वह गंभीर स्वभाव का, लेकिन सभ्य और सम्मानजनक व्यवहार वाला लड़का था। किसी को अंदाजा नहीं था कि वह कट्टरपंथी गतिविधियों में शामिल हो सकता है।
माता-पिता उसे पढ़ाई के लिए पूरा समय देते थे, पर उसी दौरान वह अपने कमरे में डार्क वेब, टेलीग्राम और IMO जैसे ऐप्स पर ISIS कमांडर के संपर्क में आया। धीरे-धीरे वह दिल्ली में ब्लास्ट की साजिश में शामिल हो गया और अपने एक साथी के साथ हथियार जुटाने लगा।
सोशल मीडिया पर कट्टरपंथी विचार फैलाता था
अदनान और उसका साथी वॉट्सऐप ग्रुप्स में धार्मिक कट्टरपंथ से जुड़ी पोस्टें शेयर करते थे। दिल्ली पुलिस ने उनके मोबाइल और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं। पूछताछ में अदनान ने स्वीकार किया कि वह रोजाना 8-10 घंटे लैपटॉप और फोन पर मिशन की तैयारी करता था। शुक्रवार को दिल्ली पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें रिमांड पर भेज दिया गया।
पिता बोले 'दो-तीन दिन में छोड़ने का भरोसा दिया था पुलिस ने'
अदनान के पिता सैयद गुलफाम ने कैमरे पर कुछ भी बोलने से इनकार किया, लेकिन बातचीत में कहा कि उन्हें बेटे की किसी भी गतिविधि की जानकारी नहीं थी। उन्होंने बताया कि 18 अक्टूबर की सुबह 4 बजे दिल्ली पुलिस घर पहुंची और अदनान को पूछताछ के लिए दिल्ली ले गई। पुलिस ने परिवार को साथ जाने की अनुमति नहीं दी, लेकिन भरोसा दिलाया कि “दो-तीन दिन में छोड़ देंगे।”
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फिटनेस के प्रति जुनूनी था अदनान
पड़ोसी ज्योति के मुताबिक, अदनान रोज मॉर्निंग वॉक पर जाता था और बहुत संजीदा और आदरपूर्ण लड़का था। उनका परिवार कभी भी कट्टरपंथी विचारधारा का नहीं लगा। “ईद पर हम उनके घर गए थे, वे पूरी तरह मॉडर्न और मिलनसार फैमिली लगते थे,” ज्योति ने बताया।
ज्ञानवापी जज को दी थी धमकी, वहीं से शुरू हुआ आतंकी संपर्क
2024 में ज्ञानवापी मामले पर फैसला सुनाने वाले जज को सैयद अदनान ने धमकी भरे कमेंट्स किए थे और उन्हें ‘काफिर’ कहा था। इसी पोस्ट को देखकर दिल्ली वाला अदनान उसके संपर्क में आया। बाद में दोनों ने कुछ सुरक्षित ऐप्स के ज़रिए सीरिया के ISIS कमांडर से संपर्क साधा और भारत में टारगेट तय किए।
अदनान ISIS समर्थकों के वॉट्सऐप ग्रुप्स में सक्रिय था और सोशल मीडिया के ज़रिए अपनी रणनीति पर काम कर रहा था। उसके पास से धार्मिक कट्टरपंथी किताबें, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
पहले भी एटीएस की गिरफ्त में आ चुका है अदनान
दिल्ली में गिरफ्तार अदनान उर्फ मुहारिद की निशानदेही पर भोपाल वाला अदनान पकड़ा गया। 2024 में भी उसे ज्ञानवापी जज को धमकी देने के मामले में उत्तर प्रदेश एटीएस ने गिरफ्तार किया था, लेकिन बाद में जमानत मिल गई थी। अदनान बीते छह साल से अपने परिवार के साथ भोपाल में रहकर CA की तैयारी कर रहा था।
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