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यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री क्षेत्र में पानी प्रदूषित: 4 मोहल्लों के भूजल में मिला कार्बाइड का जहर,42 इलाकों में पानी दूषित

Bhopal News: भोपाल में यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के आसपास के 42 क्षेत्रों का भूजल प्रदूषित पाया गया है। 4 दिन पहले 19 क्षेत्रों में पानी की जांच की गई थी। सर्वे टीम अब भी कई इलाकों में पानी की जांच कर रही है।

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BP Shrivastava
Bhopal News

हाइलाइट्स

  • सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रहा निरीक्षण
  • यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के 42 क्षेत्रों में भूजल प्रदूषित
  • 70 प्रतिशत लोगों को नहीं मिल रहा साफ पानी
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Bhopal News: भोपाल के जेपी नगर में यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के आसपास के 42 क्षेत्रों का भूजल प्रदूषित पाया गया है। 4 दिन पहले 19 क्षेत्रों में पानी की जांच की गई थी। बाकी 23 क्षेत्रों में मंगलवार, 29 अप्रैल को जांच टीम पहुंची, जिसमें डीआईजी बंगला क्षेत्र भी शामिल है। इस दौरान गैस पीड़ित संगठनों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। निरीक्षण का काम शाम तक चलेगा।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर हो रहा निरीक्षण

यह निरीक्षण सुप्रीम कोर्ट के 30 अगस्त 2018 के आदेश पर बनाई गई निगरानी समिति के कहने पर प्रदूषित मोहल्लों में किया जा रहा है। इससे पहले, 25 अप्रैल को भोपाल जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव सुनीत अग्रवाल की अध्यक्षता में 19 मोहल्लों का निरीक्षण हुआ था।

[caption id="attachment_805731" align="alignnone" width="1055"]publive-image डीआईजी बंगला समेत कई इलाकों में निरीक्षण टीम पहुंंची।[/caption]

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भूजल में मिला कार्बाइड का जहर

'भोपाल ग्रुप फॉर इनफॉर्मेशन एंड एक्शन' की संयोजक रचना ढिंगरा ने बताया कि फैक्ट्री के आस-पास के 14 मोहल्लों के भूजल में कार्बाइड के जहर (हैवी मेटल्स, कीटनाशक और परसिस्टेंट ऑर्गेनिक पॉल्यूटेंट्स) मिले थे। इसके बाद सभी मोहल्लों में पाइपलाइन के जरिए साफ पानी पहुंचाने के निर्देश दिए गए।

2012 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टॉक्सीकोलॉजिकल रिसर्च (IITR) ने 14 बस्तियों के साथ-साथ 8 और मोहल्लों के पानी में कार्बाइड के जहर की मौजूदगी पाई थी। 2018 की रिपोर्ट में 20 और मोहल्लों के भूजल में भी प्रदूषण का पता चला था।

उस समय सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया था कि सभी मोहल्लों में पाइपलाइन के जरिए साफ पानी पहुंचाया जाए, सीवरेज सिस्टम बनाया जाए और हर तीन महीने में पानी की गुणवत्ता की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए।

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मंगलवार को टीम निरीक्षण पर गई थी और पानी के सैंपल भी ले रही थी। गैस पीड़ित संगठनों के नेताओं ने प्रदूषित पानी के सबूत भी दिए।

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कई इलाकों में अब तक नहीं मिले नल कनेक्शन

रचना ढिंगरा ने कहा कि फूटा मकबरा, कैंची छोला, और कल्याण नगर जैसे क्षेत्रों में अभी तक नल कनेक्शन नहीं लगाए गए हैं। संगठनों ने समिति को इन 42 मोहल्लों की पानी की स्थिति, नालियों की कमी और गंदगी के फोटो-वीडियो के साथ एक पूरी रिपोर्ट सौंपी। रिपोर्ट में बताया गया है कि 70 प्रतिशत से ज्यादा मोहल्लों में लोगों को साफ पानी नहीं मिल रहा है।

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