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MP के पूर्व DGP से मारपीट: केयरटेकर ने दबाया गला, ...वो आई और बच गई जान, जानें क्या है पूरा मामला

Madhya Pradesh (MP) Bhopal Arera Colony DGP HM Joshi Assault Case: भोपाल में 100 साल के एक पूर्व डीजीपी के साथ मारपीट का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। मारपीट का शिकार पूर्व डीजीपी एचएम जोशी शहर के पॉश अरेरा कॉलोनी में रहते हैं

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BP Shrivastava
Bhopal Ex-DGP Case

Bhopal Ex-DGP Case: भोपाल में एक चौंकाने वाली घटना हुई है, जिसमें 100 साल के पूर्व डीजीपी एचएम जोशी के साथ मारपीट की गई। यह घटना शहर के अरेरा कॉलोनी में हुई, जहां जोशी रहते हैं। खबरों के अनुसार, उनके केयरटेकर रफीक ने पैसे के लिए उनका गला दबाया और उन्हें धमकाया। रफीक एक निजी एजेंसी के जरिए काम पर रखा गया था और वह जोशी से डराकर पैसे निकालने की कोशिश कर रहा था। घटना मंगलवार, 9 अप्रैल की है। मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।

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गीता को देख आरोपी ने कदम पीछे खींचे

1948 बैच के रिटायर्ड आईपीएस ऑफिसर एचएम जोशी हैं। एक दिलचस्प संयोग से, जब गीता, जो पूर्व डीजीपी के घर खाना बनाने का काम करती थी, वहां पहुंची, तो रफीक ने उसे देखकर कदम पीछे खींच लिए। जोशी 80 के दशक में मध्यप्रदेश के डीजीपी रह चुके हैं और अपने केयरटेकर को हर महीने 18 से 20 हजार रुपये की तनख्वाह देते थे। इस घटना के बाद, पूर्व डीजीपी ने हबीबगंज पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है, और पुलिस अब मामले की जांच कर रही है।

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कर्मचारी पर कीमती मूर्तियां चोरी का शक

पूर्व डीजीपी जोशी ने हमला करने वाले रफीक पर दो पीतल की मूर्तियां गायब करने का शक जाहिर किया है। मूर्तियां में एक गणेशजी और हाथी की मूर्ति है। जो ड्राइंग रूम से गायब हैं। इसके अलावा पांच सौ रुपए चोरी करने की बात खुद रफीक ने कबूल की है।

पूर्व DGP ने पुलिस से सुरक्षा मांगी

पूर्व डीजीपी जोशी ने शिकायती पत्र में अपनी उम्र 99 साल बताते हुए लिखा है कि मैं असहाय हूं। अकेला रहता हूं, चल-फिर नहीं सकता। मेरी जान को खतरा है, इसलिए मुझे सहायता प्रदान की जाए, साथ ही मेरे बंगले (E-5/3, अरेरा कॉलोनी) पर नियमित पुलिस गस्त की व्यवस्था की जाए।

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पूर्व DGP अरविंद जोशी के पिता हैं

पूर्व डीजीपी एचएम जोशी बर्खास्त IAS अरविंद जोशी के पिता और टीनू जोशी के ससुर हैं। अरविंद जोशी का कुछ महीने पहले निधन हो गया है।

एजेंसी ने कर्मचारी को नौकरी से हटाया

आरोपी रफीक को एजेंसी (रचना एजेंसी बिट्ठल मार्केट मेट्रो प्लाजा, अरेरा कॉलानी भोपाल) के द्वारा पूर्व डीजीपी जोशी के यहां काम पर लगाया गया था। उसके संचालक शक्ति खरे ने बताया कि घटना के बाद मैंने उसे पुलिस के हवाले किया और नौकरी से हटा दिया है। उसकी सैलरी भी लगभग उसकी पत्नी और उसे दे चुका हूं। एक हजार रुपए और देना हैं। उसकी सैलरी 10 हजार रुपए महीने है। साथ में ट्रांसपोर्ट का खर्च अलग से दिया जाता था।
एजेंसी के संचालक शक्ति खरे ने बताया कि वह नशा करता था और पैसे घर पर नहीं देता था, इसलिए उसकी सैलरी की राशि उसकी पत्नी को बीच-बीच में दे दिया करता था।

मध्यप्रदेश में अब तक रहे डीजीपी और उनका कार्यकाल

क्र.डीजीपीकार्यकाल
1बी. पी. दुबे23 मार्च 1982 से 28 मई 1983
2एच. एम. जोशी28 मई 1983 से 31 मार्च 1984
3बी. के. मुखर्जी27 अप्रैल 1984 से 6 दिसंबर 1986
4एन. नटराजन6 दिसंबर 1986 से 23 फरवरी 1988
5बी. के. मुखर्जी24 फरवरी 1988 से 27 जनवरी 1989
6एन. नटराजन27 जनवरी 1989 से 31 अक्टूबर 1989
7पी. डी. मालवीय31 अक्टूबर 1989 से 5 जून 1990
8एस. वी. सिंह5 जून 1990 से 31 दिसंबर 1990
9आर. पी. शर्मा1 जनवरी 1991 से 10 मई 1992
10के. एस. राठौर10 मई 1992 से 31 नवंबर 1992
11दयाकिशोर आर्य31 नवंबर 1992 से 1 जनवरी 1993
12आर. पी. शर्मा1 जनवरी 1993 से 31 दिसंबर 1993
13जे. एन. सक्सेना1 जनवरी 1994 से 30 जून 1994
14प्रताप सिंह30 जून 1994 से 30 अप्रैल 1995
15शरथ चंद्र1 मई 1995 से 30 जून 1996
16डी. पी. खन्ना1 जुलाई 1996 से 31 दिसंबर 1996
17अयोध्यानाथ पाठक1 जनवरी 1997 से 31 दिसंबर 1997
18बी. पी. सिंह1 जनवरी 1998 से 20 फरवरी 1999
19एस. सी. त्रिपाठी20 फरवरी 1999 से 31 दिसंबर 2001
20ए. एन. सिंह1 जनवरी 2002 से 31 जुलाई 2002
21दिनेश चंद्र जुगरान1 अगस्त 2002 से 12 दिसंबर 2003
22एस. के. दास12 जनवरी 2004 से 31 मार्च 2005
23स्वराज पुरी1 अप्रैल 2005 से 23 सितंबर 2006
24ए. आर. पवार23 सितंबर 2006 से 19 मई 2008
25एस. के. राउत19 मई 2008 से 29 फरवरी 2012
26नंदन दुबे1 मार्च 2012 से 30 सितंबर 2014
27सुरेन्द्र सिंह1 अक्टूबर 2014 से 30 जून 2016
28ऋषि कुमार शुक्ला1 जुलाई 2016 से 14 दिसंबर 2018
29वी. के. सिंह15 दिसंबर 2018 से 6 मार्च 2020
30विवेक जौहरी12 मार्च 2020 से 4 मार्च 2022
31सुधीर कुमार सक्सेना4 मार्च 2022 से 30 नवंबर 2024
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कैलाश मकवाना एमपी के 32वें डीजीपी

[caption id="attachment_793301" align="alignnone" width="833"]publive-image मध्यप्रदेश के डीजीपी कैलाश मकवाना।[/caption]

कैलाश मकवाना एमपी के 32वें डीजीपी हैं। उन्होंने 1 दिसंबर 2024 को प्रदेश के नए पुलिस मुखिया के रूप में पदभार ग्रहण किया। इनसे पहले सुधीर सक्सेना एमपी के डीजीपी थे।

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मकवाना का दिसंबर में रिटायरमेंट

कैलाश मकवाना का साढ़े तीन साल में 7 बार तबादला हुआ। कमलनाथ सरकार के दौरान ही वे तीन बार इधर से उधर किए गए थे। वर्तमान डीजीपी कैलाश मकवाना का रिटायरमेंट दिसंबर 2025 में होना है।

इंदौर बार एसोसिएशन के चुनाव 15 अप्रैल को: 11 पदों के लिए 26 कैंडिडेट्स ने भरे फॉर्म, वर्मा नहीं लड़ेंगे चुनाव

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