हाइलाइट्स
- भोपाल सेंट्रल जेल प्रबंधन का फैसला।
- ईद के मौके पर जेल में बंद कैदियों से नहीं मिल पाएंगे परिजन।
- जेल के अंदर व्यापक स्तर पर निर्माण कार्य का काम किया जा रहा है।
Bhopal Central Jail: भोपाल की सेंट्रल जेल में बंद मुस्लिम कैदियों को इस बार ईद के मौके पर अपने परिजनों से खुली मुलाकात की अनुमति नहीं मिलेगी। जेल प्रबंधन ने यह फैसला जेल परिसर में चल रहे निर्माण कार्यों को देखते हुए लिया है। इस संबंध में जेल प्रशासन ने नोटिस भी जारी कर दिए हैं। हालांकि, सामान्य मुलाकात की सुविधा जारी रहेगी।
इस फैसले से कैदियों और उनके परिवारों में नाराजगी है, क्योंकि हर साल राखी, ईद और दीपावली जैसे त्योहारों पर खुली मुलाकात की परंपरा रही है। सेंट्रल जेल में वर्तमान में 3500 से अधिक कैदी बंद हैं। जेल अधीक्षक राकेश भांगरे ने बताया, “निर्माण कार्य के कारण इस बार खुली मुलाकात संभव नहीं है, लेकिन नियमित मुलाकात जारी रहेगी।”
कांग्रेस विधायक ने जेल डीजी को लिखा पत्र
इस फैसले के खिलाफ भोपाल मध्य से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने जेल डीजी को पत्र लिखकर आपत्ति जताई है। उन्होंने लिखा, ‘पिछले 40-45 सालों से त्योहारों पर खुली मुलाकात की परंपरा रही है और कभी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। यह व्यवस्था सभी समुदायों के परिजनों के लिए महत्वपूर्ण है।
जेल प्रशासन के इस फैसले से कैदियों और उनके परिवारों में रोष है। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि ईद पर खुली मुलाकात की सुविधा बहाल की जाए।’
यह पहली बार है जब जेल प्रशासन ने निर्माण कार्य का हवाला देकर खुली मुलाकात पर रोक लगाई है। इस निर्णय ने शहर में चर्चा को जन्म दिया है, और अब सभी की नजरें जेल डीजी के जवाब पर टिकी हैं।
ईद और रोजा इफ्तार के दौरान पुराने भोपाल में भारी वाहनों पर प्रतिबंध
ईद और रोजा इफ्तार के दिनों में पुराने भोपाल के बाजारों में भीड़ बढ़ जाती है। किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस ने ईद तक शाम 5 बजे से रात 1 बजे तक भारी वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध निम्न मार्गों पर लागू होगा।
- लालघाटी से रॉयल मार्केट की ओर
- जेपी ब्रिज (छोला मंदिर) से काजी कैंप तक
- प्रभात चौराहा से संगम टॉकीज की ओर
- रेतघाट/पॉलिटेक्निक चौराहा से मोती मस्जिद की ओर
1500 पुलिसकर्मियों की तैनाती, ड्रोन और सीसीटीवी से निगरानी
ईद और गुड़ी पड़वा के मौके पर पूरे शहर में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र ने बताया कि 1500 पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। शहर की 15 प्रमुख मस्जिदों को चिह्नित किया गया है, जहां अतिरिक्त सुरक्षा रहेगी।
पुलिस ड्रोन और सीसीटीवी कैमरों के जरिए निगरानी की जाएगी। असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। त्योहार से पहले विशेष अभियान चलाकर अपराधियों पर कार्रवाई की जा रही है।
वक्फ संशोधन विधेयक 2024 के खिलाफ मुस्लिम समाज का विरोध
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुस्लिम समुदाय से काली पट्टी बांधकर जुम्मे की नमाज अदा करने और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की अपील की है। बोर्ड का कहना है कि अगर यह बिल पास हो गया, तो मस्जिदें, दरगाहें, मदरसे और कब्रिस्तान सरकार के नियंत्रण में चले जाएंगे। इसलिए मुस्लिम समाज इसके खिलाफ मौन विरोध जताएगा।
यह भी पढ़ें-