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निजी स्कूल की मनमानी: बच्चे की किताबें लेकर कलेक्टर के पास पहुंचा मजदूर, कहा- 2130 रु. में लाया हूं, मान्यता सस्पेंड

Bhind News: निजी स्कूल की मनमानी: बच्चे की किताबें लेकर कलेक्टर के पास पहुंचा मजदूर, कहा- 2130 रु. में लाया हूं, मान्यता सस्पेंड

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Preetam Manjhi
निजी स्कूल की मनमानी: बच्चे की किताबें लेकर कलेक्टर के पास पहुंचा मजदूर, कहा- 2130 रु. में लाया हूं, मान्यता सस्पेंड

हाइलाइट्स

  • मजदूर को स्कूल ने थमाई किताब खरीदने की पर्ची
  • दुकानदार ने किताबों के मांगे इतने रुपए
  • किताबों में एक भी किताब NCERT की नहीं
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Bhind News: मध्यप्रदेश में निजी स्कूल अपनी मनमानी करने से बाझ नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला भिंड के हलवाई खाना इलाके से सामने आया है, जहां एक मजदूर युवक दूसरी क्लास में पढ़ने वाले अपने बच्चे की किताबें लेकर कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के पास पहुंचा और किताबों का बिल दिखाया।

मजदूर युवक ने कहा कि ये किताबें उसे 2130 रुपए में दी गई हैं। इसके बाद कलेक्टर ने तत्काल DPS को संबंधित स्कूल की मान्यता निलंबित करने के निर्देश दिए।

https://twitter.com/BansalNewsMPCG/status/1813083560397709484

मजदूर को स्कूल ने थमाई किताब खरीदने की पर्ची

हलवाई खाना इलाके (Bhind News) में रहने वाले इमदाद अहमद फरनीचर की दुकान पर मजदूरी का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि उनका बच्चा दूसरी क्लास में मोहल्ले के ही एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ता है। इस स्कूल प्रबंदन ने उन्हें किताबें खरीदने के लिए एक पर्ची थमाई जिस पर सुविधा बुक स्टोर का नाम लिखा था।

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दुकानदार ने किताबों के मांगे इतने रुपए

जब मजदूर इमदाद अहमद पर्ची लेकर किताबें खरीदने मार्केट में पहुंचे तो पता चला कि ये किताबें किसी और दुकान पर उपलब्ध ही नहीं हैं। पूरा मार्केट में छानबीन के बाद पर्ची पर लिखे एड्रेस वाली दुकान पहुंचे तो दुकानदार ने उनसे किताबों को 2130 रुपए मांगे।

इमदाद ने इतनी कीमत सुनी तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। काफी देर मोलभाव करने का प्रयास किया, लेकिन दुकानदार ने साफ इंकार कर दिया।

किताबों में एक भी किताब NCERT की नहीं

इतना ही नहीं दुकानदार द्वारा कॉपियों के लिए 500 रुपए और मांगे गए। अहमद के पास इतने रुपए नहीं तो वे पूरी कॉपियां खरीदने में नाकाम रहे। इसमें सबसे बड़ी खास बात तो ये है कि इन किताबों में NCERT की एक भी किताब नहीं थी।

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युवक किताब और उसका बिल लेकर कलेक्टर श्रीवास्तव के पास पहुंचा। कलेक्टर ने डीपीसी व्योमेश शर्मा को फोन कर तुरंत निर्देश दिए। कहा कि एक ही दुकान से ज्यादा रेट में किताबें खरीदने के लिए प्रेशर जमाने वाले सानिध्य विद्या निकेतन स्कूल की मान्यता तुरंत सस्पेंड की जाए। आपको बता दें कि कुछ दिन पहले सेंट माइकल स्कूल की मान्यता भी सस्पेंड की गई थी।

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