Bhind News: भिंड से तहसीलदार को टॉर्चर करने का मामला सामने आया है। आपको बता दें कि यहां मौ तहसील में पदस्थ तहसीलदार माला शर्मा ने कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव (Collector Sanjeev Srivastava) और SDM पराग जैन (SDM Parag Jain) पर मेंटल रूप से टॉर्चर करने का आरोप लगाया है।
तहसीलदार माला शर्मा (Tehsildar Mala Sharma) का कहना है कि उनका 6 साल का बेटा बीमार है, जो कि ग्लालियर अस्पताल में भर्ती है। इस हालत में भी मैं उसके साथ नहीं रह पा रही हूं।
मुझे मुख्यालय (Bhind News) छोड़ने को मना किया है। मैं ग्वालियर जाना चाहती हूं, लेकिन मुझसे इस पर कई सवाल किए जाते हैं। अगर कभी किसी भी काम की परमिशन मांगती हूं, तो जवाब नहीं मिलता है।
कलेक्टर-SDM पर मेंटल टॉर्चर के आरोप: तहसीलदार रोती हुई बोलीं- बेटा हॉस्पिटल में भर्ती है, साथ नहीं रह पा रही#SDM #Bhind #MPNews #tehsildar https://t.co/uJWgkn3tJ6
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) October 1, 2024
कलेक्टर और SDM रच रहे षड्यंत्र- तहसीलदार
तहसीलदार माला शर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे खिलाफ कलेक्टर और SDM षड्यंत्र रच रहे हैं। मेरा अपमान करते हैं। मैं मिलने जाती हूं, तो मुझे 4-4 घंटे तक इंतजार इंतजार किया जाता है।
मेरी बात भी नहीं सुनी जाती है। हालांकि तहसीलदार माला शर्मा खुद लंबे समय से विवादों में हैं। जानकारी के मुताबिक, तहसीलदार (Tehsildar) पर गड़बड़ी के आरोप हैं। वे मनगढ़ंत बात बना रही हैं।
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जमीन खरीदने का भी लगाया आरोप
तहसीलदार माला शर्मा ने इस बारे में 18 सितंबर 2024 को राज्य महिला आयोग को लेटर भी लिखा है। लेटर में लिखा- भिंड कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं।
मुझे चार महीने के अंदर 10 से ज्यादा नोटिस थमाए गए। मेरे ऊपर जमीन खरीदने का भी आरोप लगाया जा रहा है, लेकिन मैंने और मेरे पति ने कोई जमीन नहीं खरीदी है।
मुझसे जिस जमीन की बात की जा रही है, वो जमीन दूसरे व्यक्ति ने खरीदी है। मेरे पति का नाम उससे मिलता है, लेकिन पिता के नाम अलग हैं। मैं पति का आधार कार्ड भी दे चुकी हूं।
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किसी और को अधिकार देने की भी कही बात
तहसीलदार शर्मा का कहना है कि उनके अधिकार छीनकर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। मुझसे मेरे अधिकार छीनकर किसी और को दे दिए हैं। मुझसे मेरे राजस्व भू-अभिलेख (Revenue Land Records) के अधिकार छीनकर मेरी राजस्व आईडी भी बंद करा दी गई है।
तहसीलदार माला शर्मा पर ये आरोप
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के मुताबिक, तहसीलदार माला शर्मा पर आरोप है कि उन्होंने एक कॉलोनाइजर को लाभ पहुंचाने के लिए प्राइवेट जमीन से रास्ता दिलवाने जमीन मालिक अशोक जैन पर दबाव बनाया था।
जैन ने रास्ता देने से मना किया तो जमीन को सरकारी (Bhind News) घोषित कर दिया। इसकी शिकायत अशोक जैन ने कलेक्ट्रेट में की थी, जिसकी जांच में शिकायत सही पाई गई थी।
वहीं दूसरा मामला सरकारी पट्टे की जमीन को लेकर है। तहसीलदार शर्मा ने सरकारी पट्टे की जमीन एक बुजुर्ग महिला के नाम कर दी। इस जमीन के सड़क किनारे वाले भाग को (Bhind News) अपने पति को दिलवा दिया।
कलेक्टर के मुताबिक, मामले में तहसीलदार माला शर्मा (Tehsildar Mala Sharma) ने पति के आधार कार्ड की फोटोकॉपी दी है, जो कि संदिग्ध है। असली आधार कार्ड मांगा गया है, जो कि उन्होंने अभी तक नहीं दिया।