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Bhavantar Yojana 2025: आज से रजिस्ट्रेशन शुरू, 17 अक्टूबर तक कर सकेंगे पंजीयन, 24 अक्टूबर से होगी सोयाबीन खरीदी

Bhavantar Yojana: भावांतर योजना 20245 में 3 से 17 अक्टूबर तक रजिस्ट्रेशन, 24 अक्टूबर से 15 जनवरी तक सोयाबीन खरीदी होगी।

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Wasif Khan
Bhavantar Yojana 2025: आज से रजिस्ट्रेशन शुरू, 17 अक्टूबर तक कर सकेंगे पंजीयन, 24 अक्टूबर से होगी सोयाबीन खरीदी

हाइलाइट्स

  • 3 अक्टूबर से भावांतर योजना रजिस्ट्रेशन शुरू
  • 17 अक्टूबर तक किसान करा सकेंगे पंजीयन
  • 24 अक्टूबर से सोयाबीन खरीदी की शुरुआत
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Bhavantar Yojana 2025 Registration: मध्यप्रदेश सरकार ने किसानों के लिए भावांतर भुगतान योजना (Bhavantar Yojana) का रजिस्ट्रेशन आज 3 अक्टूबर से शुरू कर दिया है। किसान इस योजना में 17 अक्टूबर तक पंजीयन करवा सकेंगे। इसके बाद 24 अक्टूबर से 15 जनवरी तक सोयाबीन खरीदी की प्रक्रिया चलेगी। योजना का उद्देश्य किसानों को बाजार में मिलने वाले कम दाम की भरपाई करना और उन्हें फसल का उचित मूल्य दिलाना है।

रजिस्ट्रेशन और खरीदी की प्रक्रिया क्या है

किसान 3 अक्टूबर से 17 अक्टूबर के बीच भावांतर योजना में पंजीयन करा सकते हैं। इसके बाद 24 अक्टूबर से यह योजना प्रभावी हो जाएगा और 15 जनवरी तक किसान अपनी सोयाबीन को प्रदेश की विभिन्न मंडियों में बेच सकेंगे। खरीदी सामान्य प्रक्रिया के अनुसार ही होगी, लेकिन सत्यापन मंडी के दस्तावेजों के आधार पर किया जाएगा।

समर्थन मूल्य से कम की भरपाई करेगी सरकार

योजना के तहत हर दिन मंडियों में बिकने वाले सोयाबीन के आधार पर FAQ मानक गुणवत्ता वाली सोयाबीन का मॉडल मूल्य तय किया जाएगा। इस साल सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 5328 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। अगर किसानों को इससे कम दाम मिलेगा, तो उसका अंतर सीधे किसानों के खाते में भावांतर राशि के रूप में भेजा जाएगा।

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योजना को लेकर सभी किसान हों जागरूक

भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कृषि विभाग के अधिकारियों को आदेश जारी किए हैं कि किसानों तक योजना की पूरी जानकारी पहुंचाई जाए। अफसर ग्रामीण इलाकों और मंडियों में किसानों से मिलकर योजना की प्रक्रिया समझाएंगे। सरकार का कहना है कि इस योजना से किसानों को बाजार की अनिश्चितता से राहत मिलेगी और मंडियों में उनकी उपज का उचित मूल्य सुनिश्चित होगा।

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योजना को किसानों तक पहुंचाने के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाएगा। 3 अक्टूबर को प्रदेश की सभी कृषि उपज मंडियों में होर्डिंग और बैनर लगाए जाएंगे। किसानों और व्यापारियों को WhatsApp ग्रुप और SMS के जरिए रजिस्ट्रेशन की सूचना भेजी जाएगी। 3 से 5 अक्टूबर तक जिला स्तर पर प्रभारी मंत्री की मौजूदगी में कलेक्टर, सांसद, विधायक और किसान प्रतिनिधियों की बैठकें होंगी। इसके अलावा ट्रैक्टर और मोटर साइकिल रैली भी निकाली जाएगी। 15 अक्टूबर तक सभी मंडियों में भावांतर सहायता डेस्क स्थापित की जाएगी।

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भोपाल मंडी में कम दाम पर बिक चुका है सोयाबीन

भोपाल की करोंद मंडी में 17 सितंबर को नए सोयाबीन की आवक हुई थी। इस दिन 20 क्विंटल सोयाबीन 4672 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदा गया था। इसके बाद भी मंडी में सोयाबीन की आवक जारी है। यही कारण है कि सरकार ने किसानों को नुकसान से बचाने और समर्थन मूल्य का लाभ दिलाने के लिए भावांतर योजना को लागू किया है।

ऐसे समझें मॉडल रेट का फायदा

उदाहरण के तौर पर यदि 1 से 15 नवंबर के बीच प्रदेश में 10 लाख मीट्रिक टन सोयाबीन बिके और उसमें से 6 लाख मीट्रिक टन की बिक्री 4500 रुपए प्रति क्विंटल पर हो, तो यही मॉडल रेट माना जाएगा। यदि न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 5328 रुपए है, तो 828 रुपए प्रति क्विंटल का अंतर सीधे किसानों के खाते में डाला जाएगा।

रेट विवाद को कम करने की कोशिश

राज्य मंडी बोर्ड ने बताया कि 1 अप्रैल से सभी मंडियां ई-मंडी सिस्टम से जुड़ चुकी हैं। हर खरीदारी कैमरों की निगरानी में एक निर्धारित कक्ष में होगी। इस व्यवस्था से रेट को लेकर विवाद की गुंजाइश कम होगी और खरीद-फरोख्त पूरी तरह पारदर्शी रहेगी। ऑनलाइन डेटा के जरिए यह भी दर्ज होगा कि किस व्यापारी ने कितना माल खरीदा। वहीं, मंडी के बाहर ई-अनुज्ञा के जरिए हुई बिक्री का रिकॉर्ड भी सिस्टम में दर्ज किया जाएगा।

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