Bhagat Singh Love Story : देश की आजादी में अपना अहम रोल निभाने वाले और आजादी के लिए शहीद भगत सिंह महज 23 साल की उम्र में ही फांसी पर झूल गए थे। भगत सिंह वो युवा क्रांतिकारी थी जिसके उस समय लोग दीवाने थे और आज भी कई लोग उनके दीवाने है। लेकिन क्या आपकों पता है कि शहीद भगत सिंह भी किसी के दीवाने थे। जी हां जिस युवा में देश को आजाद कराने का जोश, और भगत सिंह को बचाने की खातिर बैरिस्टरी छोड़ चुके गांधी ने वकीलों का चोला पहन लिया हो.. क्या उस भगत सिंह का दिल नहीं फिसला होगा। आज हम आपको शहीद भगत सिंह की लव स्टोरी की सच्चाई के बारे में बताने जा रहे है।
क्या दुर्गा भाभी थी भगत सिंह की पत्नी?
सैंडर्स पर जब गोली चलाने के बाद पंजाब पुलिस भगत सिंह और सुखदेव की तलाश कर रही थी उस दौरान दुर्गा देवी ने उनकी पत्नी बनकर उन्हें भागने में मदद की थी। दुर्गा देवी भगत सिंह के साथ हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिक एसोसिएशन की सदस्य हुआ करती थी। दुर्गा भाभी शहीद भगत सिंह के मित्र क्रांतिकारी भगवतीचरण सिंह की पत्नी थी।
लड़की को लेकर सुखदेव ने मारा भगत सिंह को ताना
जब असेम्बली में बम फेंकने की बात की जा रही थी। उस दौरान भगत सिंह ने बम फेंकने का जिम्मा लेने से मना कर दिया था। इस पर सुखदेव ने भगत सिंह को ताना मारते हुए कहा था कि वे दल में शामिल नई लड़की की वजह से बम फेंकने से डर रहे है। सुखदेव की इस बात पर भगत सिंह को काफी बुरा लगा था। इसके आद उन्होंने बम फेंकने का ज़िम्मा ख़ुद पर लिया। इस बात का ज़िक्र भगत सिंह ने सुखदेव को लिखे अपने ख़त में भी किया है।
भगत सिंह ने 5 अप्रैल 1929 को एक चिट्ठी लिखी थी जिसमें उन्होंने प्यार को वासना और मीठा मानवीय भाव बताया था। लड़की वाली बात पर सुखदेव का जवाब देते हुए उन्होंने लिखा था कि मैं पुनः कहता हूँ कि मेरी अपनी आकांक्षाएं हैं और ज़िंदगी मुझे भी लुभाती है पर मैं इन्हें किसी भी वक़्त छोड़ सकता हूं और वही सच्ची क़ुर्बानी है। प्यार अगर प्यार हो तो यह इंसान को बेहतर बनाता है, उसे नीचे नहीं गिराता है।