Berasia Blackmail Case: भोपाल के बैरसिया ब्लैकमेल केस में कई चौकानें वाले खुलासे सामने आए हैं। छात्रा के परिजनों पर सब इंस्पेक्टर रिंकू जाटव और कॉन्सेटबल शिव भानु ने थाने में समझौते को लेकर दबाव डाला था। दोनों की इस करतूत से पूरा मामला बिगड़ गया। आपको बता दें कि 10 सितंबर दिन मंगलवार को छात्रा के पिता थाने में शिकायत लिखवाने पहुंचे थे, उनकी मौजूदगी में आरोपी पक्ष को भी थाने बुलाया गया था।
पीड़ित परिवार से मोबाइल लेकर डिलीट किए वीडियो और चैटिंग
थाने में पीड़िता परिवार से मोबाइल लेकर मामले से जुड़े कुछ वीडियो और चैटिंग को डिलीट कर दिया गया था, ताकि आरोपियों के खिलाफ उनके पास कोई सबूत ही न बचे। थाना प्रभारी नरेंद्र कुलस्ते को भी इसकी जानकारी थी।
परिजनों ये दावा कर रहे हैं कि कॉन्सटेबल शिव भानु ने आरोपी पक्ष से सौदेबाजी भी की थी। इस बात का खुलासा जैसे ही हुआ तो SP देहात प्रमोद सिन्हा ने थाना प्रभारी नरेंद्र कुलस्ते और सब इंस्पेक्टर रिंकू जाटव को तत्काल लाइन अटैच कर दिया था। इसके साथ ही SP ने मोबाइल फोन जब्त कर लिया था और डेटा रिकवर के लिए फोरेंसिक लैब भेजने की बात कही थी।
युवतियों को जाल में इस तरह फंसाते थे आरोपी
बता दें कि मामले में मुख्य आरोपी अरमान और अनस हैं, जो कि गहरे दोस्त हैं। अरमान ने पहले 11वीं की एक स्टूडेंट से दोस्ती की थी। इसके बाद अनस की दोस्ती उसकी सहेली से करवाने का दबाव बनाया था। दबाव में आकर लड़की ने अपनी एक फ्रेंड की दोस्ती अनस से करवा दी थी। इसके बाद आरोपी मॉर्फ्ड फोटोज वायरल कर लड़कियों पर दबाव डालने लगे थे।
इस बात का पता जैसे ही पीड़ित छात्राओं के परिजनों को चला तो वे तुरंत इस बात की शिकायत दर्ज करवाने थाने पहुंचे। पुलिस ने मामले को दबाने के लिए लीपापोती करने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मामला सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में गुस्सा भड़क गया और हिंदू संगठनों के साथ सैंकड़ों लोगों ने थाने पर घेराव कर दिया।
सूत्रों की मानें तो आरोपी इसी तरह इलाके की कई लड़कियों को अपने जाल में फंसा चुके हैं। इस मामले के अलावा और भी शिकायतें थाने पहुंच सकती हैं।
मामले में कलेक्टर ने बैरसिया SDM को हटाया
मामले में कलेक्टर ने शुक्रवार देर शाम को बैरसिया एसडीएम दीपक पांडे को हटा दिया था। बता दे कि SDM दीपक पांडे ने उसी दिन देर रात इलाके में शांति व्यवस्थआ को कायम रखने के लिए सोशल मीडिया सहित अन्य प्लेटफॉर्म्स पर भड़काऊ पोस्ट के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए थे।
इसके कुछ देर बाद ही कलेक्टर ने उन्हें हटा दिया गया था। इसके अगले दिन यानी शनिवार को नए SDM आदित्य जैन पदस्थ हुए थे। वे छात्रा को अश्लील मैसेज भेजने के इस मामले की SDOP के साथ मिलकर विस्तृत जांच करेंगे और 7 दिनों के अंदर कलेक्टर को रिपोर्ट सौंपेंगे।
सोशल मीडिया पर भड़काऊ मैसेज किए तो होगी FIR
बैरसिया में अगर किसी ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक, इंस्टाग्राम या वॉट्सऐप पर जाति-धर्म, संस्था, व्यक्ति या आम लोगों की भावना को भड़काने से जुड़े मैसेज किए, तो उसके खिलाफ FIR कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के निर्देश के बाद SDM ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 163 के तहत प्रतिबंधात्मक कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं। आपको बता दें कि ये आदेश अगले दो महीने यानी 12 नवंबर तक लागू रहेगा।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) September 15, 2024
जानें क्या है पूरा मामला?
पुलिस की मानें तो 17 साल की पीड़िता बैरसिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले एक में रहती है। इसी थाना क्षेत्र का रहने वाला आरोपी अरमान मंसूरी है, जो कि नाबालिग को इंस्टग्राम पर अश्लील मैसेज और भद्दे कमेंट्स करता था। नाबालिग से जबरन बातचीत करने का दबाव भी बनाता था।
नाबालिग जब बात करने से मना करती थी या मैसेज का रिप्लाई नहीं देती थी, तो उसके मॉर्फ फोटोज को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देने लगता था।
इससे तंग आकर नाबालिग ने ये बात अपनी मां और पिता को बताई। पिता ने बात सुनकर पीड़िता को तुरंत थाने लेकर पहुंचे और FIR दर्ज करवाई। मामले में कुल 4 आरोपी हैं, जिनमें से 2 अनस और अरमान के खिलाफ कलेक्टर ने रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून-NSA) की कार्रवाई की है।
कलेक्टर ने दिए हैं जांच के आदेश
मामले को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर ने विस्तृत जांच करने के आदेश दिए हैं। इसके लिए SDM की अध्यक्षता में एक टीम बनाई गई है। ये टीम मामले की बारीकी से जांच कर 7 दिन में रिपोर्ट सौंपेगी।
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