AI Engineer Suicide Case update: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में AI इंजीनियर अतुल सुभाष की खुदकुशी के मामला सामने आया है। खुदकुशी के इस मामले ने सबको हैरान करके रख दिया है। क्योंकि इसने देश में दहेज प्रथा की आड़ में हो रहे शोषण और अदालती कामकाज पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पिता और भाई ने कही ये बात
मामले को लेकर अतुल के भाई और पिता का बयान सामने आया है। अतुल के परिजन लगातार इंसाफ की मांग कर रहे हैं। अतुल के भाई विकास ने कहा बुधवार 11 दिसंबर को कहा कि “पुरुषों का जीवन भी महिलाओं के जीवन जितना जरूरी है। मर्दों को यह डर लगने लगा है कि वे केवल ATM बनकर न रह जाएं। ऐसा न हो कि वे शादी करने से डरने लगें। मेरा भाई इंसाफ मांगने कोर्ट गया तो उसे आत्महत्या के लिए उकसाया गया”। अतुल के पिता ने कहा “मेरा बेटा थक गया था, सिस्टम ने उस तोड़ कर रख दिया था”।
अतुल के परिजनों ने बताया कि सुभाष की पत्नी निकिता ने सेटलमेंट के लिए पहले 50 लाख फिर 1 करोड़ और बाद में 3 करोड़ रुपये मांगे। यही नहीं, बच्चे और खुद के लिए हर महीने 1 लाख रुपये की मांग कर रही थी। अतुल ने इतना पैसा देने को इनकार किया तो निकिता ने अतुल से कहा- जाओ मरो
क्या है पूरा मामला?
अतुल सुभाष ने अपने 24 पेज के सुसाइड नोट में पत्नी निकिता सिंघानिया की तरफ से दर्ज कराई गई FIR के एक-एक आरोप पर सबूत के साथ सफाई दी है। अपने सुसाइड नोट में अतुल सुभाष ने लिखा, निकिता से उनकी मुलाकात shaadi.com के जरिए हुई थी। अगले साल उन्हें एक बेटा हुआ।
अतुल ने कहा कि उनकी पत्नी और पत्नी का परिवार उनसे हमेशा पैसों की डिमांड करता रहता था, जो वो पूरी भी करते थे। उन्होंने लाखों रुपए अपनी पत्नी के परिवार को दिए थे, लेकिन जब उन्होंने और पैसे देना बंद कर दिया तो पत्नी 2021 में उनके बेटे को लेकर बेंगलुरु छोड़कर चली गई।
अतुल (AI Engineer Suicide Case) ने आगे बताया है, ‘मैं उसे हर महीने 40 हजार रुपए मेंटेनेंस देता हूं, लेकिन अब वो बच्चे को पालने के लिए खर्च के तौर पर 2-4 लाख रुपए महीने की डिमांड कर रही है।
मेरी पत्नी मुझे मेरे बेटे से न तो मिलने देती है, न कभी बात कराती है।’ अतुल ने बताया, ‘पूजा या कोई शादी हो, निकिता हर बार कम से कम 6 साड़ी और एक गोल्ड सेट मांगती थी। मैंने अपनी सास को 20 लाख रु. से ज्यादा दिए, लेकिन उन्होंने कभी नहीं लौटाए।
वीडियो जारी कर बताई अपनी आपबीती
अतुल ने अपने सुसाइड का कारण बताते हुए 1 घंटे 20 मिनट का वीडियो जारी किया था। इसके अलावा अतुल ने 24 पन्नों का एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें उन्होंने अपनी आपबीती बताई। अतुल ने अपनी आखिरी इच्छा में बताया कि मेरे केस की सुनवाई का लाइव टेलीकास्ट हो। पत्नी मेरा शव न छू सके। जब तक प्रताड़ित करने वालों को सजा न हो, मेरी अस्थियां विसर्जित न हों।
अतुल ने आगे बताया, “यदि भ्रष्ट जज, मेरी पत्नी और उसके परिजन को कोर्ट बरी कर दे तो मेरी अस्थियां उसी अदालत के बाहर किसी गटर में बहा दी जाएं। साथ हीं मेरे बेटे की कस्टडी मेरे माता-पिता को दी जाए।
4 लोगों के खिलाफ दर्ज हुई FIR
बता दें, इसमें चार लोगों पर FIR दर्ज की गई है, जिसमें अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया का नाम शामिल है। अतुल के भाई बिकास कुमार ने बेंगलुरु के मराठाहल्ली पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 108, धारा 3(5) का केस दर्ज किया है।
पत्नी और सास ने सुसाइड करने को कहा
बता दें, मूलरुप से बिहार के समस्तीपुर के अतुल ने उत्तर प्रदेश के जौनपुर की एक जज पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने अपने लेटर में लिखा है कि जज ने मामले को रफा-दफा करने के नाम पर 5 लाख रुपए मांगे थे। अतुल ने यह भी लिखा कि उनकी पत्नी और सास ने उन्हें सुसाइड करने को कहा था और इस पर उक्त जज हंस पड़ी थी। यहां पढ़ें पूरी खबर-AI सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने दी जान: दहेज प्रताड़ना की कानूनी लड़ाई से त्रस्त होकर लिखा, ‘मेरी अस्थियां गटर में बहा देना’