Singhara Ki Curry Recipe: सिंघाड़े की करी, एक स्वादिष्ट और पौष्टिक सिंघाड़े से बनी कढ़ी, सर्दियों के लिए एक बेहतरीन व्यंजन है। सिंघाड़े विटामिन बी6, पोटैशियम और मैग्नीशियम का एक बेहतरीन स्रोत हैं, जो प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने, रक्तचाप को नियंत्रित करने और स्वस्थ पाचन को बनाए रखने में मदद करते हैं।
सर्दियों के दौरान, हमारा शरीर शुष्क और ठंडा महसूस करता है, और सिंघाड़े की करी गर्मी और पोषण प्रदान करके इससे निपटने में मदद करती है।
जीरा, धनिया और दालचीनी जैसे सुगंधित मसालों से भरपूर करी की समृद्ध और मलाईदार बनावट न केवल स्वाद को बढ़ाती है, बल्कि सर्दी से जुड़ी बीमारियों जैसे सर्दी, खांसी और जोड़ों के दर्द को कम करने में भी मदद करती है।
क्या चाहिए
सिंघाड़े का आटा: 1 कप, दही: 1 कप (फेटा हुआ), घी: 2 टेबलस्पून, हरी मिर्च: 2 (बारीक कटी हुई), अदरक: 1 चम्मच (कद्दूकस किया हुआ), जीरा: 1 चम्मच, हींग: चुटकीभर, करी पत्ता: 7-8 पत्ते, हल्दी पाउडर: 1/2 चम्मच, धनिया पाउडर: 1 चम्मच, सेंधा नमक: स्वादानुसार, हरा धनिया: गार्निश के लिए (कटा हुआ), पानी: आवश्यकता अनुसार
कैसे बनाएं
सिंघाड़े का घोल तैयार करें:
एक बाउल में सिंघाड़े का आटा और दही डालें। इसे अच्छी तरह फेंट लें ताकि कोई गुठली न रहे। इसमें थोड़ा-थोड़ा पानी मिलाते हुए पतला घोल तैयार करें। घोल का कंसिस्टेंसी पतला और स्मूद होना चाहिए।
तड़का लगाएं:
एक कढ़ाई में घी गरम करें। इसमें जीरा डालें और हल्का सुनहरा होने दें। अब हींग, करी पत्ता, हरी मिर्च और अदरक डालकर 1-2 मिनट भूनें।
मसाले डालें:
हल्दी पाउडर और धनिया पाउडर डालकर अच्छे से मिलाएं। धीमी आंच पर मसालों को भूनें ताकि उनका कच्चापन खत्म हो जाए।
घोल पकाएं:
तैयार सिंघाड़े के घोल को कढ़ाई में डालें। इसे लगातार चलाते रहें ताकि घोल गाढ़ा हो और गुठली न बने।
नमक और पानी मिलाएं:
स्वादानुसार सेंधा नमक डालें। करी की गाढ़ापन अपने स्वादानुसार पानी मिलाकर तय करें। इसे धीमी आंच पर 7-10 मिनट तक पकने दें।
गार्निश और परोसें:
पकने के बाद करी को हरे धनिये से सजाएं। इसे गर्मागरम परोसें।
सर्विंग सुझाव:
सिंघाड़े की करी को व्रत के दौरान कुट्टू की पूरी या सिंघाड़े की रोटी के साथ खाएं। यह स्वादिष्ट और हल्की होती है।
टिप्स:
करी को और स्वादिष्ट बनाने के लिए इसमें थोड़ा नींबू का रस डाल सकते हैं।
घोल को पकाते समय ध्यान दें कि आंच मीडियम-लो हो, ताकि करी जल न जाए।