बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर के मस्तूरी गांव में कांग्रस को बड़ा झटका लगा है। जिस गांव से 2018 के चुनाव में बीजेपी को सिर्फ 93 वोट मिले थे! अब वहां के पूरे के पूरे गांव ने कांग्रेस का हाथ छोड़ते हुए बीजेपी का दाम थाम लिया है। यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित करीब 1000 ग्रामीणों के लिए विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति ने बीजेपी की सदस्यता दिलाई।
उम्मीद के मुताबिक विकास कार्य नहीं किए गए
छग के बिलासपुर में पंचायत बेलपान खपरी गांव के लोगों से जब इस संबंध में बात की गई तो उनका कहना था कि गांव में हमारी उम्मीदों के मुताबिक विकास कार्य नहीं किए गए हैं। जिससे चलते पूरे गांव में रोष व्याप्त है। सभी ग्रमीणों ने विधायक डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी की उपस्थिति में भगवा गमछा पहना कर भाजपा में प्रवेश कर लिया है।
पार्टी में आना-जाना शुरू
दरअसल, सीजी में साल के आखिरी में चुनाव होने हैं। जैसे-जैसे चुनावी माहौल गर्म हो रहे है वैसे-वैसे पार्टियों के नेताओं और कार्यकर्ताओं का एक-दूसरी पार्टी में आना-जाना शुरू हो गया है। कुछ ऐसा ही हुआ बिलासपुर की मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र में गांव बेलपान खपरी में।
जमीनी हकीकत कुछ और ही है
जानकारी के मुताबिक बेलपान खपरी गांव की कुल जनसंख्या की बात करें तो यहां लगभग 1200 वोटर हैं! इनमें से करीब 1000 ग्रामीणों ने बीजेपी की सदस्यता ले ली है। ग्रामीणों का कहना है कि विकास के दावे जरूर किए गए हैं, लेकिन गांव की जमीनी हकीकत कुछ और ही है।
2018 में बीजेपी को मिले थे सिर्फ 93 वोट!
राजनीति और चुनाव से जुड़ी गांव की एक खास बात यह भी है कि यहां 2018 के विधानसभा चुनाव के दौरान बेलपान खपरी गांव से बीजेपी के लिए कथित तौर पर सिर्फ 93 वोट ही मिल सके थे। वहीं 2013 की बात करें तो बीजेपी की खाते में कथित तौर पर गांव से 105 वोट आए थे, लेकिन अब इसी गांव के करीब 1000 ग्रामीणों ने बीजेपी का दाम थाम लिया है।
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