जगदलपर से रजत बाजपेयी की रिपोर्ट। प्राथमिक शाला भेजरीपदर के बच्चों के चेहरे आश्चर्य मिश्रित मुस्कान के साथ तब खिल उठे , जब उन्होंने अपने बीच वर्दी वाली मैडम को देखा। वर्दी वाली मैडम कोई और नहीं बस्तर की एडिशनल एसपी निवेदिता पॉल थी। भेजरीपदर गांव में दो समुदायों के बीच चल रहे विवाद का पटाक्षेप करने की जिम्मेदारी इन्होंने अपने कंधे पर ले रखी है और बीते 3 दिनों से सुबह से रात तक यही डटी हुई हैं।
ऐसे में हालात को नियंत्रण में देख उन्होंने अपने समय का सदुपयोग किया और पहुंच गई स्कूल के की एक कक्षा में, जहां बच्चे ककहरा पढ़ रहे थे। वर्दी वाली मैडम ने बच्चों को ना केवल सिलेबस में दिए लेसन पढ़ाये, बल्कि जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण पाठ का भी ज्ञान करवाया।
इस बीच स्कूल पहुंचीं महिला शिक्षकों के तो पहले होश उड़ गए। बाद में जब उन्होंने देखा कि मैडम बच्चों के साथ और बच्चे मैडम के साथ मजे से पढ़ाई कर रहे हैं तो सभी ने राहत की सांस ली। स्कूल में पदस्थ शिक्षकों ने भी शिष्टाचार के नाते वर्दी वाली मैडम से भेंट की और बच्चों के लिए समय निकालने को लेकर उनके प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।