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बस्तर लोकसभा सीट: पहले चरण के लिए थमा चुनाव प्रचार, हेलीकॉप्टर से मतदान दल रवाना, 300 से ज्यादा केंद्र अतिसंवेदनशील

Bastar Lok Sabha Seat: देश के कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में मतदान होना है.

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Harsh Verma
बस्तर लोकसभा सीट: पहले चरण के लिए थमा चुनाव प्रचार, हेलीकॉप्टर से मतदान दल रवाना, 300 से ज्यादा केंद्र अतिसंवेदनशील

   हाइलाइट्स

  • प्रदेश की सिर्फ बस्तर सीट पर पहले चरण में चुनाव 
  • प्रचार थमते ही डोर-टू-डोर होगा प्रचार प्रसार 
  • 14 लाख 72 हजार 207 मतदाता करेंगे मतदान 
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Bastar Lok Sabha Seat: देश के कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में मतदान होना है. पहले चरण के लिए आज से चुनाव प्रचार थम गया है.प्रदेश की सिर्फ बस्तर सीट पर पहले चरण में चुनाव होना है. ऐसे में अब प्रचार थमते ही डोर-टू-डोर प्रचार प्रसार किया जाएगा. 
बस्तर  (Bastar Lok Sabha Seat) में 14 लाख 72 हजार 207 मतदाता मतदान करेंगे. जहां कुल 1961 केंद्रों में से 96 संवेदनशील मतदान केंद्र हैं. प्रशासन की ओर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. चुनाव आयोग ने भी अपनी तैयारी तेज कर दी है. वायुसेना के MI-17 हेलीकॉप्टर से पोलिंग पार्टी को इस क्षेत्र में बने मतदान केंद्रों पर भेजने का सिलसिला शुरू हो गया.

— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 16, 2024


   300 से ज्यादा मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील

प्रदेश के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर लोकसभा सीट (Bastar Lok Sabha Seat) पर 19 अप्रैल को पहले चरण का मतदान होना है. चुनाव आयोग ने मतदान को लेकर अपनी तैयारी तेज कर दी है. बस्तर के अंदरूनी इलाके में शामिल दो मतदान केंद्र बेचा और कडेनार के लिए मतदान दलों को आज सुबह से कड़ी सुरक्षा के बीच हेलीकॉप्टर से रवाना किया जा रहा है. साथ ही अन्य दलों को भी गुरुवार को भेजा जाएगा.
नक्सल क्षेत्र (Bastar Lok Sabha Seat) में चुनाव शांतिपूर्वक और निष्पक्ष ढंग से हो सके, इसके लिए बीजापुर, सुकमा और नारायणपुर जिले में मतदान का समय सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक का रखा गया है. चुनाव आयोग ने अतिरिक्त फोर्स भी तैनात किया है. बता दें कि बस्तर लोकसभा क्षेत्र में टोटल 1957 मतदान केंद्र हैं. जिसमें से 300 के लगभग मतदान केंद्र अति संवेदनशील क्षेत्र में आते हैं. जहां प्रशासन के लिए चुनाव संपन्न कराना काफी चुनौतीपूर्ण है. अति संवेदनशील मतदान केंद्रों के लिए मतदान दलों को हेलीकॉप्टर से रवाना किया जा रहा है.

   कवासी लखमा और महेश कश्यप के बीच टक्कर

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यहां से कांग्रेस ने आदिवासी नेता कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) को प्रत्याशी बनाया है. तो वहीं बीजेपी ने महेश कश्यप (Mahesh Kashyap) पर दांव खेला है. 19 अप्रैल को मतदाता कवासी लखमा और महेश कश्यप के भाग्य का फैसला कर देंगे.

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बस्तर सीट पर अन्य 9 और उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे 

बस्तर में बहुजन समाज पार्टी के आयतू राम मंडावी,  हमरराज पार्टी के नरेंद्र बुरका, राष्ट्रीय जनसभा पार्टी के कवल सिंह बघेल, सीपीआई के फूलसिंग कचलाम, सर्व आदि दल के शिवराम नाग, गोड़वाना गणतंत्र पार्टी के टीकम नागवंशी, आजाद जनता पार्टी के जगदीश प्रसाद नाग, स्वंतत्र दल के प्रकाश कुमार गोटा और निर्दलीय से सुंदर बघेल भी चुनाव लड़ रहे हैं.

 बस्तर में महिलाओं की आबादी पुरुषों से ज्यादा

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बस्तर लोकसभा में टोटल 8 विधानसभा की सीटें हैं. जिनमें जगदलपुर, बस्तर, चित्रकोट, कोंडागांव, नारायणपुर, बीजापुर, कोंटा और दंतेवाड़ा शामिल हैं. इन सभी विधानसभा सीटों में कुल 14 लाख 66 हजार 337 मतदाता हैं. जिनमें महिला मतदाता- 7 लाख 68 हजार 88 व पुरूष मतदाता- 6 लाख 98 हजार 197, तो वहीं थर्ड जेंडर के 50 से अधिक मतदाता हैं.

बता दें कि बस्तर में महिलाओं की आबादी पुरुषों से ज्यादा है. मतदान में महिलाओं की भागीदारी भी ज्यादा रहती है. इसके बावजूद यहां की राजनीति में महिलाओं की भागीदारी कम रही है. लोकसभा में राष्ट्रीय पार्टियों ने भी महिलाओं को आगे नहीं किया. लोकसभा के 18 चुनाव अब तक हो चुके हैं. लेकिन अभी तक एक भी महिला बस्तर से सांसद नहीं बन पाई हैं.

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