हाइलाइट्स
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विहिन क्षेत्र माना जाता था भूतही गांव
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लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए प्रशासन की पहल
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जन चौपाल लगाकर स्थानीय ग्रामीणों से हुए रूबरू
Balrampur News: बलरामपुर जिले के अंतिम छोर पर स्थित ऊंची पहाड़ियों और घने जंगलों से घिरे भुताही गांव अतिसंवेदनशील और पहुंच विहिन क्षेत्र माना जाता था. जो कुसमी विकासखंड अंतर्गत स्थित है. लोगों को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाने और उन्हें मुख्य धारा से जोड़ने के लिए आजादी के 7 दशक बाद प्रशासन की टीम इस गांव पहुंची.
कलेक्टर रिमिजियुस एक्का, पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेद सिंह और सीईओ जिला पंचायत रेना जमील अपने अमले के साथ करीब 6 किलोमीटर (Balrampur News) दुर्गम पहाड़ी भरे रास्ते पर चलकर गांव भुताही पहुंचे. इस दौरान वहां के ग्रामीणों के जीवन शैली और विकास योजनाओं को करीब से जाना. साथ ही ग्रामीणों की समस्याओं को भी सुना
भुताही गांव पहुंकर कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने जन चौपाल लगाया. इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों से मिलकर उनकी जरूरतों और समस्याएं को जाना, साथ ही संबंधित विभाग के अधिकारियों (Balrampur News) को उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए जल्द कदम उठाने के निर्देश भी दिए.
आपको बता दें कि लंबे समय से मुख्य धारा से अछूते इस गांव में अधिकारी लंबी पहाड़ी यात्रा कर पहुंचे. इन्हें अपने बीच पाकर ग्रामीण बहुत खुश हुए और जोरदार तालियों से सभी अधिकारीयों का स्वागत किया. उनकी आंखों की चमक देख कर लगा कि अब उनकी उमीदों और सपने को चार चांद लगेंगे.
मीडिया में छपी खबर (Balrampur News) के अनुसार, ग्रामीणों का कहना था की पहली बार उन्होंने ऐसे संवेदनशील जिला प्रशासन की टीम देखी है और उनके आने से आस जगी ही नही है बल्कि विश्वास भी है कि गांव में भी जल्द विकास दिखेगा.
जिला प्रशासन की पहल पर प्राथमिक शाला भुताही में न्योता भोज का आयोजन किया गया. जिसमें कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और जिला पंचायत सीईओ ने ग्रामीणों और बच्चों के साथ लाइन में बैठकर भोजन किया. इस दौरान अधिकारियों ने बच्चों को हार्लिक्स तथा चॉकलेट भी बांटी.
कलेक्टर ने स्कूल में दिए जाने वाले मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता, साफ सफाई, स्वास्थ्य की स्थिति को देखा. इसके साथ ही गांव में पदस्थ शिक्षकों की उपस्थिति के संबंध में जानकारी ली. प्रशसनिक टीम ने ग्रामीणों को सभी समसस्याओं को सुना और उनके निराकरण का भरोसा दिया.