ग्वालियर: नगरीय निकाय चुनाव से पहले एक बार फिर दल-बदल की सियासत शुरु हो गई है। ग्वालियर हिंदू महासभा के नेता बाबूलाल चौरसिया ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। पीसीसी चीफ कमलनाथ ने उन्हें कांग्रेस की सदस्यता दिलाई। इस दौरान ग्वालियर दक्षिण से कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक भी मौजूद रहे। बताया जा रहा है प्रवीण पाठक के साथ ही बाबूलाल चौरसिया भोपाल आए, बता दें इससे पहले हिंदू महासभा के टिकट पर बाबूलाल पार्षद चुने गए थे और गोडसे का मंदिर बनाने की मांग भी की थी। बाबूलाल चौरसिया का एक पुराना वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें बाबूलाल हिंदू महासभा को नहीं छोड़ने की बात कहते नजर आ रहे हैं।
हिन्दू महासभा के नेता कांग्रेस में शामिल :
ग्वालियर के वार्ड 44 के पार्षद एवं हिन्दू महासभा के नेता श्री बाबूलाल चौरसिया आज प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ जी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए।
श्री चौरसिया जी का कांग्रेस परिवार में स्वागत है। pic.twitter.com/wIwQ3HBmil
— MP Congress (@INCMP) February 24, 2021
गौरतलब है कि, बाबूलाल गोडसे की घर वापसी हुई है क्योंकि वह पहले भी कांग्रेस में थे लेकिन पिछले चुनाव में टिकट नहीं मिलने की वजह से उन्होंने कांग्रेस से बगावत करते हुए हिन्दू महासभा के टिकट पर पार्षदी का चुनाव लड़ा था और कांग्रेस की उम्मीदवार शम्मी शर्मा को हराया था।
इधर, बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि कंग्रेस गोडसे, गोडसे का पुजारी अब कांग्रेस की सवारी, इससे कांग्रेस का दोहरा चरित्र समझ में आता है, कांग्रेस के लिए गांधी के नाम पर सिर्फ तथाकथित गांधी ही है, राष्ट्रपिता गांधी अंबेडकर जी सरदार पटेल इन के लिए वोटो तक ही सीमित है।
बाबूलाल चौरसिया के कांग्रेस में शामिल होने पर विश्वास सारंग ने कहा कि कांग्रेस की कथनी और करनी में अंतर है। कांग्रेस राजनीतिक लाभ लेने के लिए कुछ भी कर सकती है।
वहीं कांग्रेस अब भी ज्योतिरादित्य सिंधिया को भुला नहीं पाई है। सिंधिया के गढ़ से आने वाले नेताओं को एक-एक कर पार्टी में शामिल कराने के प्रयास में जुटी हुई है। चूंकी ग्वालियर-चंबल सिंधिया का गढ़ माना जाता है। इस क्षेत्र में हिंदू महासभा के नेता बाबूलाल चैरसिया का कांग्रेस में शामिल होना गढ़ में सेंध लगाने का जीता-जागता उदाहरण माना जा रहा है।
बीजेपी को लग सकता है एक और बड़ा झटका
खबरों के मुताबिक दमोह में उपचुनाव होने हैं उससे पहले बीजेपी के कद्दावर नेता अवधेश प्रताप सिंह कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। अवधेश प्रताप सिंह ने भोपाल में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं से मुलाकात की, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से मुलाकात की है। जिसके बाद ये कयास लगाए जा रहे हैं कि वो जल्द ही बीजेपी छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम सकते हैं। अवधेश पूर्व मंत्री जयंत मलैया और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के खास माने जाते हैं।