Ayodhya Ram Mandir: आज पूरे देश में रामनवमी बड़े ही धूम-धाम से मनाई जा रही है। इस अवसर पर अयोध्या राम मंदिर में विराजमान रामलला का दोपहर करीब 12 बजे से सूर्य तिलक शुरू किया गया । रामलला के मस्तक पर 3 मिनट तक सूर्य की किरणें पड़ीं।
राम मंदिर के कपाट सुबह 3:30 बजे खुल गए थे, बाकी आम दिनों में कपाट 6.30 बजे खुलते हैं। प्रभु श्रीराम के दर्शन रात 11.30 बजे, यानी 20 घंटे किए जा सकेंगे।
11:45 AM
51 कलशों से किया भगवान राम का अभिषेक
राम मंदिर में राम जन्मोत्सव की शुरुआत हो गई है। जगद्गुरु राघवाचार्य ने 51 कलशों से भगवान रामलला का अभिषेक किया।
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9.35 AM
भगवान श्रीराम का दूध से किया गया अभिषेक, श्रृंगार
राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) के सुबह कपाट खुलने के बाद भगवान राम का दूध से अभिषेक और श्रृंगार किया गया। सुबह 5 बजे मंगला आरती हुई।
09:30 AM
ईंट गिरने से 4 लोग घायल
अयोध्यानगरी में जहां एक तरफ धूमधाम से त्योहार बनाया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ एक दुर्घटना होते-होते बच गई। इस दौरान दो महिला श्रद्धालु और दो महिला पुलिसकर्मी घायल हो गईं। दरअसल, हनुमानगढ़ी के बाहर लगा पर्दा गिर गया। ये पर्दा छांव के लिए लगाया गया था।
ये पर्दा ईंट की रेलिंग में बंधा हुआ था। रेलिंग टूटने पर ईंट आकर नीचे गिर गई।
9.15 AM
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया ट्वीट
यह पहली रामनवमी है, जब अयोध्या के भव्य और दिव्य राम मंदिर में हमारे राम लला विराजमान हो चुके हैं। रामनवमी के इस उत्सव में आज अयोध्या एक अप्रतिम आनंद में है। 5 शताब्दियों की प्रतीक्षा के बाद आज हमें ये रामनवमी अयोध्या में इस तरह मनाने का सौभाग्य मिला है। यह देशवासियों की इतने…
— Narendra Modi (@narendramodi) April 17, 2024
रामनवमी के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि यह पहली रामनवमी है, जब अयोध्या के भव्य राम मंदिर में रामलला विराजमान हो चुके हैं।
7.55 AM
गुलाबी वस्त्रों में रामलला, दिव्य हार किया धारण
रामनवमी के अवसर पर रामलला को गुलाबी वस्त्र पहनाए गए हैं, जिस पर सूर्य चिह्न बना हुआ है। इसके साथ ही सोने का मुकुट, हार आदि पहनाया गया है, जो हीरा-पन्ना, माणिक्य, नीलम जैसे रतन से जड़ा हुआ है।
रामलला की पूजा में गुलाब, गेंदा, चंपा, कमल, चमेली जैसे फूलों का इस्तेमाल किया गया है।
राम पथ, भक्ति पथ और जन्मभूमि पथ (Ayodhya Ram Mandir) पर काफी भीड़ है। शयन आरती के बाद रात 11:30 बजे रामलला के कपाट बंद किए जाएंगे।
रामनवमी के त्योहार पर कई भक्त पैदल यात्रा कर अयाध्या पहुंचे।
दोपहर 12 बजे होगा श्रीराम का सूर्य तिलक
500 सालों के इंतजार के बाद पहली बार प्रभु श्रीराम के जन्म स्थान अयोध्या (Ayodhya) में बने भव्य मंदिर में राम नवमी मनाई जाएगी।
यहां पर सूर्यवंशी भगवान श्रीराम के माथे पर स्वयं सूर्यदेव तिलक (Suryadev Tilak) करेंगे।
22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा (Pran-Pratishtha) के बाद रामलला अयोध्या में अपने भव्य महल में विराजमान हुए हैं और अब भगवान राम के जन्मदिन यानी राम नवमी पर भगवान राम का सूर्य तिलक होगा।
रामनवमी पर भगवान राम का सूर्य तिलक करीब 4 मिनट तक रामलला (Ramlala) के मस्तक की शोभा बढ़ाएंगे।
25 लाख श्रद्धालु आएंगे
अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली रामनवमी पर सबसे बड़ा आयोजन होने जा रहा है। 17 अप्रैल को दोपहर 12.16 बजे सूर्य की किरणों से रामलला का अभिषेक होगा।
इस अद्भुत दृश्य को देखने और रामलला के दर्शन (Ayodhya Ram Mandir) के लिए करीब 25 लाख श्रद्धालु अयोध्या (Ayodhya) पहुंचेंगे।
90 फ्लाइट-100 ट्रेनें चलेंगी
श्रद्धालुओं को सुगम रास्तों (accessible routes) से लाने से लेकर लोकल कन्वेंस और पार्किंग की पूरी तैयारियां की गई हैं।
16, 17, 18 अप्रैल इन तीन दिनों में अयोध्या में 90 Flight उतरेंगी, 100 Trains पहुंचेंगी और 500 Buses लगाई गई हैं।
शहर को सुरक्षा के लिहाज से 7 जोन और 39 Sector में बांटा गया है।
पूजा और व्रत का मुहूर्त
श्रीराम जन्म पर पूजा और व्रत करने की परंपरा है। पूजा के लिए करीब ढाई घंटे का एक ही मुहूर्त (Auspicious beginning) है, जो सुबह 11:05 बजे से दोपहर 1:35 बजे तक रहेगा।
दुल्हन सा सजा है अयोध्या राम मंदिर
बता दें कि रामनवमी (Ram Navami) पर भव्य राम मंदिर में पहली बार 5 वर्षीय रामलला का जन्मोत्सव (Ramlala’s birth anniversary) को मनाए जाने की तैयारी की जा रही है।
मंदिर के जन्मभूमि पथ पर बने स्वागत द्वार से लेकर गर्भगृह (sanctum sanctorum) तक आकर्षक लाइटें और फूलों से सजाया जा रहा है, जिसमें शामिल होने के लिए कई lakh devotees के आने की संभावना है।