MP News: इंदौर के एमवाय अस्पताल में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है, जहां नशे में चूर एक अटेंडर ने महिला डॉक्टर ड्यूटी रूम का दरवाजा तोड़ने की कोशिश की। इस दौरान ड्यूटी रूम में महिला डॉक्टर आराम करने गई थी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि घटना के वक्त कोई सिक्योरिटी गार्ड भी मौजूद नहीं था। गार्ड आराम से कुर्सी में सो रहा था। घटना सामने आने के बाद मेडिसिन विभाग के डॉक्टरों ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इंदौर के एमवाय अस्पताल में शनिवार देर रात डॉक्टर ड्यूटी रूम के दरवाजे को तोड़ने की कोशिश की गई। नशे में धुत अटेंडर ने दरवाजे पर लात मारी। घटना के दौरान रूम में महिला डॉक्टर मौजूद थी। कोलकाता में हुई घटना के बावजूद एमवाय अस्पताल में सुविधा दुरुस्त नहीं की गई। अस्पताल में हुई थी मारपीट इस घटना ने अस्पताल प्रशासन की लापरवाही को उजागर किया है और सुरक्षा व्यवस्था की कमी को सामने लाया है।
सुपरिटैंडेंट ने दी सफाई
मामले को लेकर सीएमओ को शिकायत की गई है। हालांकि इसको लेकर अस्पताल के सुपरिटैंडेंट डॉ. अशोक यादव ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में आया है। किसी मरीज के परिजन ने ताला तोड़ने का प्रयास नहीं किया बल्कि उसे खटखटाया था। पूरे मामले की जानकारी निकाली जा रही है। वहां सिक्युरिटी गार्ड मौजूद था।
एक दिन पहले ही सुरक्षा को लेकर कलेक्टर ने ली थी बैठक
कोलकाता रेप-मर्डर केस के बाद सुप्रीम कोर्ट और शासन द्वारा अस्पतालों में महिला सुरक्षा के लिए सख्त निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन इसके बावजूद एमवाय अस्पताल में सुरक्षा में चूक हुई है। शुक्रवार को कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा आयोजित बैठक में भी अस्पताल की सुरक्षा का मामला उठाया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। अस्पताल के 6 गेट हैं, जहां सुरक्षा में कसावट की जरूरत है।