ATM PIN 4 Digit: आज के समय में लगभग सभी लोगों का बैंक में खाता होता है। अगर खाता है तो एटीएम कार्ड (ATM PIN 4 Digit) भी होगा ही। जब आपको अचानक पैसों की जरूरत होती है तो आपक बैंक की लंबी लाइनों से बचने के लिए एटीएम कार्ड (ATM PIN 4 Digit) का इस्तेमाल करते है, एटीएम कार्ड से पैसा निकालने के लिए आपको एटीएम मशीन में पिन नंबर डालना होता है। जो कि 4 अंकों का होता है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर एटीएम कार्ड का पिन चार डिजिट (ATM PIN 4 Digit) का ही क्यों होता है। नहीं न तो आज हम आपको बतांएगे की आखिर एटीएम कार्ड का पिन चार अंकों (ATM PIN 4 Digit) का ही क्यों होता है।
दरअसल, एटीएम कार्ड के पिन के चार अंकों (ATM PIN 4 Digit) को लेकर एक कहानी है। शायद आप इस कहानी को जानकर हैरान भी हो सकते है। बीबीसी की एक खबर के अनुसार एटीएम मशीन का आविष्कारक स्कॉटलैंड के साइंटिस्ट जॉन एडरियन शेफर्ड बैरॉन ने किया था। एटीएम कार्ड का पिन नंबर चार अंको (ATM PIN 4 Digit) का साइंटिस्ट जॉन एडरियन शेफर्ड बैरॉन की पत्नी के चलते किया गया था।
क्या है कहानी?
रिपोर्ट के अनुसार शेफर्ड-बैरॉन को पिन नंबर को लेकर उनके मन में विचार आया की उन्हें अपना सिक्स-फिगर आर्मी नंबर याद है। और इस नंबर को पिन के तौर पर क्यों न इस्तेमाल किया जाए। इसके बाद उन्होंने अपनी पत्नी के साथ यह जांच करने का फैसला किया की उनकी पत्नी इस नंबर को याद रखती है कि नहीं? ऐसा करने के लिए किचन की मेज पर,उनकी पत्नी ने कहा कि वह केवल चार डिजिट ही याद कर सकती हैं। शेफर्ड-बैरॉन मुस्कुराते हुए कहा था कि इसी घटना के चलते, चार डिजिट के एटीएम पिन नंबर (ATM PIN 4 Digit) वर्ल्ड स्टैंडर्ड बन गए।
कहा खुला था दुनिया का सबसे पहला एटीएम
आपको बता दें कि दुनिया का पहला एटीएम नॉर्थ लंदन के एनफील्ड में बार्कलेज की एक ब्रांच में खोला गया था। और इस एटीएम से नगद निकालने वाले पहले व्यक्ति टीवी सीरीज ऑन द बसेस के रेग वर्नी थे। शेफर्ड-बैरॉन का कहना है कि उन्होंने किलर व्हेल की आवाज़ बजाकर उन्हें डराने के लिए एक डिवाइस का आविष्कार किया, लेकिन इसमें वह सफल नहीं हो सके। दसके बाद उन्होंने कैश मशीन का आविष्कार कर दिया।