Atik Ahmad Crime Story: उत्तरप्रदेश के बहुचर्चित मामले उमेश पाल हत्याकांड ( Umesh pal Hatyakand) के मामले के मुख्य आरोपी अतीक अहमद ( Atiq Ahmad) के सबसे छोटे बेटे असद अहमद ( Asad Ahmad) का जहां पर हाल ही में झांसी के पारीक्षा डैम के पास यूपी एसटीएफ के नेतृत्व में एनकाउंटर हो गया है। वहीं पर इस मामले में अतीक को बेटे की मौत से झटका लगा है। उमेश पाल हत्याकांड से शुरू हुई इस कहानी में माफिया अतीक के साम्राज्य का एक चिराग बुझ गया है तो वहीं माना जा रहा है कि, क्या अतीक का भी एनकाउंटर हो जाएगा। बता दें कि, यूपी में अब तक के मामले में 174 एनकाउंटर हुआ है।
कानून की पढ़ाई से कैसे बना असद आरोपी
आपको बताते चलें कि, माफिया अतीक अहमद का सबसे छोटा बेटा असद अहमद था जो लखनऊ से अपने अपराध के साम्राज्य को ऑपरेट करता था। जहां पर असद का सपना कानून की पढ़ाई करना था वहीं पासपोर्ट क्लीयर नहीं होने से वह पढ़ाई के लिए विदेश नहीं जा सका। यहां पर जब पिता अतीक और चाचा अशरफ उमेश पाल हत्याकांड में जेल में बंद हो गए वहीं पर हत्याकांड से फरार चल रहे असद ने पिता के साम्राज्य को आगे बढ़ाया। बता दें कि, असद के 2 बड़े भाई उमर अहमद और अली अहमद ने मामले में अनहोनी के डर से अगस्त में कोर्ट में सरेंडर कर दिया था लेकिन असद पढ़ाई छोड़कर अपराध की ओर बढ़ गया। बताते चलें कि, हग्याकांड के बाद से पुलिस असद को पकड़ने और तलाशने के लिए लगी हुई थी जहां पर शातिर असद भी लगातार अपने ठिकाने बदल रहा था. हालांकि पुलिस इस हत्याकांड को अंजाम देने वालों में शामिल असद की कार के ड्राइवर अरबाज और शूटर विजय.अब असद और शूटर गुलाम को भी यूपी एसटीएफ ने झांसी के पारीक्षा डैम के पास एनकाउंटर में मार गिराया है।
Atik Ahmad Son Encounter : असद के एनकाउंटर से अतीक का टूटा दिल ! फूट-फूट कर रोया, जानें अब की अपडेट
क्या अब डर कर मरेगा अतीक
यहां पर मीडिया के सामने माफिया अतीक अहमद ने कहा कि, ‘आपकी वजह से मैं सुरक्षित हूं। मैंने वहां से कोई फोन नहीं किया, वहां पर जैमर लगे हुए हैं। मैंने जेल से कोई साजिश नहीं रची। 6 साल से मैं जेल में हूं। मेरा पूरा परिवार बर्बाद हो चुका है।” मैं जेल में था, मुझे इसके (उमेश पाल हत्याकांड) बारे में क्या पता। कोई सवाल कर रहा था कि माफियागिरी समाप्त हो गई। माफियागिरी तो पहले ही समाप्त हो गई। अब तो रगड़ा जा रहा है।” इस बयान से साफ माना जा रहा है कि, अतीक को भी साम्राज्य के अंत का डर सता रहा है। बेटे की मौत से अतीक का दिल पसीज गया है वहीं पर माफिया का काला काम आज बेटे की मौत से झुक रहा है। जहां पर पेशी के दौरान अतीक फूट-फूटकर रो रहा है।
24 फरवरी को हुई थी वारदात
गौरतलब है कि 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके 2 सुरक्षाकर्मियों संदीप निषाद और राघवेंद्र पर बम और गोलियों से हमला कर दिया था जिसमे उनकी जान चली गई थी। इस मामले में उमेश पाल की पत्नी जया पाल ने अतीक अहमद, उसके भाई अशरफ, पत्नी शाइस्ता परवीन, 2 बेटों, अतीक के साथी गुड्डू मुस्लिम, गुलाम मोहम्मद और 9 अन्य साथियों पर FIR दर्ज कराई थी। अब इस हत्याकांड को लगभग एक माह का समय हो गया है, लेकिन मामले में पुलिस की कार्रवाई अभी तक चल रही है।