गुवाहाटी। असम में बाढ़ का Assam Flood Update कहर जारी है। असम में बीते दिन भी बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। आपको बता दें इसमें शनिवार को चार लोगों की और मौत हो गई है। जिसके बाद आंकड़ा 122 पर पहुं गया था। राज्य में 25.10 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में कछार जिले पर अभी भी बाढ़ का कहर झेलना पड़ रहा है। जहां सिलचर शहर अभी भी छठे दिन भी जलमग्न रहा।
मृतकों में ये लोग हैं शामिल —
अधिकारियों द्वारा जो जानकारी दी जा रही है उसके अनुसार मृतकों में बारपेटा, कछार, दर्रांग और गोलाघाट जिलों के लोग शामिल हैं। इसके अलावा असम में इस साल बाढ़ तथा भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 122 पर पहुंच गयी है।
बुलेटिन जारी कर दी जानकारी —
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) द्वारा जो बुलेटिन जारी किया गया है उसके अनुसार, 27 जिलों में बाढ़ प्रभावित लोगों की संख्या अब घटकर 25.10 लाख रह गयी है, जबकि शुक्रवार तक 28 जिलों में यह आंकड़ा 33.03 लाख था।
कहीं सुधार तो कहीं स्थिति है गंभीर —
अधिकारियों द्वारा जो जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार कुछ जिलों में स्थिति में थोड़ा बहुत सुधार हुआ है। कुछ नदियों का जल स्तर कुछ हद तक कम हुआ है। तो वहीं धुबरी में ब्रह्मपुत्र और नगांव में कोपिली नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। उपायुक्त कीर्ति जल्ली द्वारा मीडिया को जानकारी दी गई है उसके अनुसार बेटकुंडी में बांध टूटने के कारण पिछले छह दिनों से जलमग्न सिलचर शहर में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का प्रयास लगातार जारी है। प्रशासन द्वारा लगातार प्रभावित लोगों को अस्पताल पहुंचाने और बचाव कार्य में लगा हुआ है।
Assam | Flood situation in Assam's Morigaon district is seeing a gradual improvement as per reports by the Assam State Disaster Management Authority with flood water starting to recede (25.06) pic.twitter.com/D9nJVuzf3h
— ANI (@ANI) June 26, 2022
एएसडीएमए बुलेटिन के मुताबिक —
- राज्य में सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित जिला बारपेटा में 8,76,842 लोग प्रभवित हुए हैं।
- इसके बाद नगांव में 5,08,475
- कामरूप में 4,01,512
- धुबरी में 3,99,945 लोग प्रभावित हुए हैं।
- बाढ़ से 93 राजस्व मंडल और 3,510 गांव प्रभावित हुए हैं।
- 2,65,788 लोगों ने 717 राहत शिविरों में शरण ली।
- शिविरों में शरण नहीं लेने वाले बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच 409 राहत केंद्रों से राहत सामग्री वितरित की गई।