नई दिल्ली। अपने बयानों के कारण हमेशा चर्चा मेें रहने वाले असदुद्दीन ओवैसी ने एक और बयान दिया है। इस बार ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को कांग्रेस छोड़ने की बात कहकर चर्चा में है। एआईएमआईएम की एक ऑनलाइन रैली को संबोधित करते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद को कांग्रेस छोड़ देनी चाहिए। ओवैसी ने गुलाम नबी आजाद के लिए कहा कि यदि आपमें आत्मसम्मान है तो आप तत्काल कांग्रेस पार्टी छोड़ दें।
कब तक करेंगे कांग्रेस की गुलामी…
कांग्रेस वर्किंग कमेटी की बैठक (CWC Meeting) में मची खींचतान के बाद असदुद्दीन ओवैसी ने गुलाम नबी आजाद पर तंज कसते हुए कहा कि गुलाम नबी आजाद जब कभी हैदराबाद आते थे तो मुझ पर और मेरी पार्टी पर इल्जाम लगाते कि आप भाजपा का साथ दे रहे हैं। वह कहते थे कि हम भाजपा की ‘बी’ टीम हैं। आज उनकी पार्टी के राहुल गांधी ने उन्हें कहा है कि आपने पार्टी लेटर पर साइन करके भाजपा का साथ दिया। गुलाम नबी आजाद को अब सोचना पड़ेगा कि कब तक करेंगे कांग्रेस की गुलामी…
भाजपा की कठपुतली कह रहे
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आजाद ने एआईएमआईएम को भारतीय जनता पार्टी की बी टीम कहा था, आज उनकी पार्टी के लोग खुद उन्हें ही भाजपा की कठपुतली कह रहे हैं, उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक के दौरान कांग्रेस की एक वरिष्ठ महिला नेता ने आजाद से पूछा कि जब जम्मू कश्मीर के सभी पूर्व मुख्यमंत्रियों को मोदी सरकार ने नजरबंद कर दिया था, आपको क्यों नहीं टच किया गया? कथित रूप से कहा गया कि यह कांग्रेस पार्टी है, जिसने आजाद को बड़ा नेता बनाया।
आजाद ने भी पत्र पर हस्ताक्षर किए
सीडब्ल्यूसी की बैठक से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर पार्टी में ऊपर से नीचे तक आमूलचूल परिवर्तन की मांग की थी। इस पत्र पर कई पूर्व मुख्यमंत्री समेत गुलाम नबी आजाद ने भी पत्र पर हस्ताक्षर थे।