मुंबई। मुंबई के तट से एक क्रूज़ जहाज से मादक पदार्थ की बरामदगी के मामले में आरोपी आर्यन खान को छोड़ने के लिए स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के अधिकारियों पर लगे वसूली के आरोपों के संबंध में मुंबई पुलिस ने स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल से आठ घंटे से अधिक समय तक पूछताछ कर उसका बयान दर्ज किया। एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि सैल मंगलवार की शाम पुलिस के समक्ष पेश हुए थे और बुधवार को तड़के करीब तीन बजे तक उनका बयान दर्ज किया गया।
बयान दर्ज कराने के बाद सैल आजाद मैदान स्थित सहायक पुलिस आयुक्त के कार्यालय से बुधवार की सुबह निकले। अधिकारी ने बताया कि उनके द्वारा किए गए खुलासों के मद्देनजर शहर की पुलिस ने उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई है। सैल के वकील तुषार खंडारे ने दावा किया था कि इस महीने की शुरुआत में मुंबई के तट पर एक क्रूज़ जहाज पर स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) की छापेमारी के दौरान उनके मुवक्किल का ‘‘गलत इस्तेमाल’’ किया गया था।
छापेमारी में कथित तौर पर मादक पदार्थ जब्त किए गए थे और मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को गिरफ्तार किया गया है। मुंबई पुलिस ने मंगलवार को कहा था कि उन्हें चार आवेदन मिले हैं जिनमें एनसीबी की मुंबई क्षेत्रीय इकाई के निदेशक समीर वानखेड़े और अन्य अधिकारियों के खिलाफ जबरन वसूली के आरोप लगाए गए हैं तथा इन दावों की जांच के लिए छानबीन की जा रही है। इनमें से एक आवेदन मामले में स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सैल का है, जिन्होंने आरोप लगाया है कि उन्होंने क्रूज़ जहाज छापेमारी मामले में के पी गोसावी और अन्य गवाहों को फोन पर किसी सैम डि’सूजा से बात करते सुना था।
सैल के मुताबिक, बातचीत में 25 करोड़ रुपये की मांग का जिक्र था, जिसमें से आठ करोड़ रुपये समीर वानखेड़े को दिए जाने थे। इस पूरे घटनाक्रम के बीच वानखेड़े मंगलवार को एनसीबी के दिल्ली स्थित मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने इन सभी आरोपों को खारिज किया है। पुलिस के एक अधिकारी ने पहले कहा था कि वे सैल द्वारा किए सभी दावों की जांच करेंगे। उनके अनुसार, पुलिस के दल सैल के आवेदन में उल्लेखित मोबाइल फोन नंबरों के स्थानों के साथ-साथ विभिन्न जगहों के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच कर रहे हैं जथा जांच के बाद ही उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी।
एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई पुलिस को महाराष्ट्र के मंत्री एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता नवाब मलिक के खिलाफ भी दो आवेदन मिले हैं। लेकिन उन्होंने इस संबंध में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी। मलिक ने वानखेड़े पर कई आरोप लगाए हैं जिनमें अवैध तरीके से फोन टैप करना और नौकरी के लिए फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल करना शामिल है। सैल ने मंगलवार को कहा था कि वह वानखेड़े और अन्य के खिलाफ जबरन वसूली की मांग के अपने आरोप पर कायम हैं और किसी ने उन्हें बरगलाया नहीं है।