Anshuman Gaekwad Passes Away: भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी और पूर्व कोच रह चुके अंशुमान गायकवाड़ (Anshuman Gaekwad Passes Away) का कैंसर के कारण निधन हो गया। वह काफी लंबे समय से ब्लड कैंसर (Blood Cancer) से जुझ रहे थे। अंशुमान गायकवाड़ (Anshuman Gaekwad) की हालत को देख पूर्व भारतीय वर्ल्ड कप विनिंग कप्तान कपिल देव ने उनकी मदद का बीड़ा उठाया था।
Shri Anshuman Gaekwad Ji will be remembered for his contribution to cricket. He was a gifted player and an outstanding coach. Pained by his demise. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 31, 2024
कपिल देव (Kapil Dev) ने अंशुमान की मदद के लिए अपनी पेंशन डोनेट (Pension Donate) करने का फैसला किया था। पूर्व कप्तान के इस फैसले में उनके साथ खिलाड़ी रह चुके मोहिंदर अमरनाथ, संदीप पाटिल, मदन लाल और कीर्ति आजाद भी मदद के लिए आगे आए थे। कपिल के की पहल के बाद भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने भी मदद करते हुए अंशुमान के इलाज के लिए 1 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है।
पाकिस्तान के खिलाफ खेली थी यादगार पारी
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज अंशुमान गायकवाड़ की पाकिस्तान के खिलाफ 201 रन की पारी को आज भी याद किया जाता है। साल 1982-83 में उस समय पाकिस्तान भारतीय दौरे पर आई थी और यह मुकाबला जालंधर में खेला गया था। सलामी बल्लेबाज भारतीय क्रिकेट के लिए एक अनमोल संपत्ति रहे हैं।
अंशुमान गायकवाड़ ने प्रथम श्रेणी में सबसे धीमा दोहरा शतक लगाने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। उन्होंने प्रथम श्रेणी में दोहरा शतक लगाने के लिए क्रीज पर करीब 671 मिनट तक बल्लेबाजी की थी। उन्होंने 1975 से 1987 के बीच 12 साल तक इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना दबदबा बनाए रखा था।
अंशुमान ने इस दौरान भारत के लिए 40 टेस्ट मैच और 15 वनडे मुकाबले खेले थे। साथ ही उन्होंने अपने अंतिम प्रथम श्रेणी मुकाबले में शतक भी लगाया था। जबकि वह 1997 से 2000 के बीच दो बार भारतीय टीम के कोच बने। जबकि वह भारतीय टीम के सेलेक्टर भी रहे चुके हैं।
प्रथम श्रेणी में गायकवाड़ का रिकॉर्ड
पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज अंशुमान गायकवाड़ ने 206 प्रथम श्रेणी मैचों में 41.56 की बेहतरीन औसत के साथ 12 हजार 136 रन बनाए थे। इस दौरान उनके बल्ले से 34 शतक और 47 अर्धशतक निकले हैं। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 225 रन रहा है। वहीं, अंशुमान ने 55 लिस्ट-ए मैचों में 32.67 की औसत के साथ कुल 1601 रन बनाए हैं।
रिटारमेंट के बाद कोचिंग में बनाया करियर
भारत के पूर्व दिग्गज सलामी बल्लेबाज अंशुमान गायकवाड़ ने अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद अपना करियर कोचिंग में बनाया था। वह 1997 से 1999 के बीच भारतीय टीम के हेड कोच की भूमिका निभाई थी। गायकवाड़ ने गुजरात राज्य उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (GSFC) के लिए काम किया और 2000 में इस कंपनी से सेवानिवृति ले ली।
इसके बाद अंशुमान गायकवाड़ को जून 2018 में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने गायकवाड़ को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया। अंशुमान गायकवाड़ के पिता दत्ता गायकवाड़ ने भी टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम का प्रतिनिधत्व किया था।
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