सागर से मनीष तिवारी। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री की प्रसिद्धि पूरे देश भर में है। खासकर उनका दिव्य दरबार, जहां लोगों की समस्याओं उनके भूत-भविष्य-वर्तमान को धीरेंद्र शास्त्री पहले ही जान जाते हैं। कुछ इसी तर्ज पर सागर में बीते दिनों एक और दिव्य दरबार लगाया गया, जिसमें हुबहू लोगों की अर्जियां स्वीकार की गईं और उनके विषय में पहले से ही लिखकर उनकी समस्याओं को बताया गया, लेकिन यह दरबार धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का नहीं बल्कि दिनेश गर्ग का था।
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दिव्य दरबार में पहुंचे सैकड़ों श्रद्धालु
सागर के पुरानी तहसील के पास लगे इस दिव्य दरबार में सैकड़ों की संख्या में यहां लोगों का जमावड़ा लगा। अपनी समस्याओं को लेकर लोगों ने अर्जियां लगाईं। फिर पंडित दिनेश गर्ग आसन पर बैठे और उन्होंने एक नाम पुकारा। भीड़ में से एक महिला उठकर आई पंडित दिनेश गर्ग ने कागज पर कुछ लिखा फिर महिला से कुछ सवाल किए और फिर जो उस महिला ने जवाब दिए वही जवाब और सवाल पंडित दिनेश करके ने पहले से ही कागज पर लिख रखे थे।
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अर्जियां लगाने वाले कई लोगों को नाम से बुलाया
पंडित दिनेश गर्ग ने बंसल न्यूज की टीम को भी पर्चा, यानी पहले से लिखा हुआ कागज दिखाया। उनके दावे के अनुसार कागज पर महिला द्वारा पूछे गए सवाल और बताए गए जवाब लिखे थे। यह सिलसिला करीब 1 घंटे चलता रहा अर्जियां लगाने वाले कई लोगों को पंडित दिनेश गर्ग ने नाम लेकर बुलाया और उनकी समस्या को पहले से ही लिखकर फिर उसका समाधान बताया। बंसल न्यूज संवाददाता ने पंडित दिनेश गर्ग से से बात की तो उन्होंने बताया कि वाह भी बागेश्वर धाम से जुड़े हुए हैं और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री उनके छोटे चचेरे भाई हैं। परिवार में वह दोनों ही लोगों का भविष्य बताते हैं। लेकिन वह प्रसिद्धि से दूर है।
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दिनेश गर्ग अपना दरबार छतरपुर के गड़ा में ही लगाते हैं। उन्होंने दावा किया कि वे पिछले 11 सालों से यह दरबार लगा रहे हैं। हालांकि, उन्होंने किसी भी तरह की सिद्धि होने की बात से इनकार किया उन्होंने कहा कि यह केवल ईश्वर की कृपा है, जिसकी वजह से वह ऐसा कर पाते हैं।