Punjab: पंजाब में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू करने के बाद से अब तक अमृतपाल सिंह के खालिस्तानी संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के 78 सदस्यों को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ताजा अपडेट यह है कि खालिस्तानी हमदर्द और वारिस पंजाब डी प्रमुख अमृतपाल सिंह अभी भी फरार है। वहीं अब पंजाब पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया है। इससे पहले, ऐसी खबरें थीं कि वारिस पंजाब डे के गुर्गों के खिलाफ राज्य में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान के बाद अमृतपाल को पकड़ा गया था।
अमृतपाल सिंह के समर्थक का दावा है कि अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सिंह के समर्थकों का कहना है कि मुठभेड़ के लिए अमृतपाल को पंजाब से बाहर ले जाया जा सकता है।
अमृतपाल सिंह के समर्थक कह रहे कि वो हिरासत में लिया गया, पुलिस कह रही अभी वो ‘भगोड़ा’ है ।
क्या मतलब निकाला जाए ? pic.twitter.com/GN7inz82Ui
— Shubhankar Mishra (@shubhankrmishra) March 18, 2023
बता दें कि अब तक पुलिस ने 78 लोगों को गिरफ्तार किया है और कई अन्य को हिरासत में लिया है। राज्यव्यापी अभियान के दौरान अब तक एक .315 बोर राइफल, 12 बोर की सात राइफल, एक रिवाल्वर और विभिन्न कैलिबर के 373 जिंदा कारतूस सहित नौ हथियार बरामद किए गए हैं।
वारिस पंजाब दे के लोग चार आपराधिक मामलों में शामिल हैं। मामले विभिन्न वर्गों के बीच फूट पैदा करना, हत्या का प्रयास करने, पुलिस कर्मियों पर हमला करने और लोक सेवकों के काम में बाधा उत्पन्न करने से संबंधित हैं।
इंटरनेट बंद होने के साथ-साथ धारा 144 लागू
इससे पहले दिन में पंजाब के कई जिलों में रविवार दोपहर 12 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई थीं। पुलिस ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया कि वे फर्जी खबरों और अफवाहों पर ध्यान न दें। पुलिस ने कहा, “राज्य में स्थिति पूरी तरह से स्थिर है। राज्य में शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के लिए शरारती गतिविधियों में शामिल सभी लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा।”
बता दें कि पिछले महीने अमृतसर के बाहरी इलाके में अजनाला पुलिस थाने में अमृतपाल के समर्थकों में से एक लवप्रीत तूफान की रिहाई की मांग को लेकर अमृतपाल के समर्थकों और पुलिस कर्मियों के बीच हुई झड़प हुई थी। उस घटना के लगभग तीन सप्ताह बाद पुलिस ने यह बड़ी कार्रवाई की है।
कौन है अमृतपाल सिंह?
खालिस्तानी विचारधारा को मानने वाला 30 वर्षीय अमृतपाल सिंह पंजाब में ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन संचालित करता है। इस संगठन को एक्टिविस्ट दीप सिद्धू ने बनाया था, जिसकी 15 फरवरी 2022 को सड़क हादसे में मौत हो गई थी। सिद्धू की मौत के बाद अमृतपाल ही इसका प्रमुख बन गया और ‘वारिस पंजाब दे’ वेबसाइट बनाई। जिसके तहत उसने लोगों को अपने साथ जोड़ना शुरू कर दिया था।
अमृतपाल अक्सर अपने हथियारबंद समर्थकों के साथ पंजाब में काफी सक्रिय देखा जा रहा था। पिछले साल अमृतपाल उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब उसके समर्थकों ने जालंधर में मॉडल टाउन गुरुद्वारे की कुर्सियां जला दी थीं। उसका कहना था कि वो गुरुद्वारे में श्रद्धालुओं के लिए कुर्सी और सोफा रखने का विरोध करते हैं, क्योंकि यह सिख धर्म के सिद्धांतों के खिलाफ है। हाल ही में अमृतपाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धमकी देते हुए कहा था कि उनका भी वही हाल होगा, जो पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का हुआ था।