Amritpal Singh: खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे चीफ अमृतपाल सिंह पंजाब में ही छुपा हुआ है। इससे पहले खबर आ रही थी कि वह नेपाल भाग गया था। पुलिस के मुताबिक, वह अमृतसर में गोल्डन टेंपल स्थित श्री अकाल तख्त साहिब या बठिंडा के तलवंडी साहिब स्थित तख्त श्री दमदमा साहिब में आकर सरेंडर कर सकता है। सूचना मिलते ही पंजाब पुलिस ने राज्य में चप्पे-चप्पे पर नाकाबंदी लगा दी है।
वहीं भगोड़ा साबित होने के बाद खालिस्तान समर्थक अमृतपाल पहली बार वीडियो के माध्यम से सामने आया है। 18 मार्च के बाद बड़ी कार्रवाई में सिख युवकों को गिरफ्तार करने के लिए पंजाब पुलिस की आलोचना करते हुए उसने एक वीडियो जारी किया है।
वीडियो में वारिस पंजाब दे चीफ अमृतपाल बैसाखी के मौके पर सरबत खालसा (धर्मसभा) बुलाने की अपील करता दिख रहा है। उसने अकाल तख्त जत्थेदार से इस आयोजन का नेतृत्व करने का आग्रह किया है। 30 वर्षीय अमृतपाल ने भारत और विदेश में सभी सिख संगठनों से अपील की है कि वे आएं और समुदाय से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करें।
पुलिस मेरे घर आ सकती थी…
उसने वीडियो में कहा कि अगर पंजाब सरकार की मंशा मुझे गिरफ्तार करने की होती तो पुलिस मेरे घर आ सकती थी और मैं मान जाता। सरकार ने लाखों की फोर्स निकालकर घेरा डाला। हमें लगा कि सरकार मालवा में नहीं जाने देना चाहती ताकि खालसा वहीर न निकाल सकें।
#Breaking #AmritpalSingh ਪੁਲਸ ਹਿਰਾਸਤ ‘ਚੋ ਬਾਹਰ ਵੀਡੀਓ ਕੀਤੀ ਜਾਰੀ pic.twitter.com/apnrjfg4tP
— JasveerSingh Muktsar (@jasveermuktsar) March 29, 2023
इसके बाद इंटरनेट बंद हो गया तो हमें पता नहीं चला कि क्या हुआ?। मुझे अब पता चला कि सरकार ने जुल्म की हद पार कर दी। सिख युवकों को जेलों में डाला। यह बिल्कुल वैसे है, जैसे एक समय बेअंत सरकार ने सिखों के साथ किया था। यह सिर्फ मेरी गिरफ्तारी का मसला नहीं है। यह मसला सिख कौम पर हमले का है। मुझे गिरफ्तारी देने से डर नहीं लगता।