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Naxalites Killed Shikshadut
Naxal Free Chhattisgarh: नक्सलवाद (Naxalism) के खिलाफ केंद्र सरकार और सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने गुरुवार को छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के अबूझमाड़ (Abujhmad) और उत्तर बस्तर (North Bastar) को नक्सल मुक्त घोषित किया।
शाह ने कहा कि यह दिन देश की आंतरिक सुरक्षा (Internal Security) के इतिहास में ऐतिहासिक (Historic) है। उन्होंने बताया कि केवल दो दिनों में कुल 258 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण (Surrender) किया है। इनमें से 170 नक्सली छत्तीसगढ़ में, 27 अन्य जिलों में और 61 महाराष्ट्र (Maharashtra) में मुख्यधारा (Mainstream) में लौटे हैं।
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शाह बोले – हिंसा छोड़ने वालों का स्वागत, बंदूक उठाने वालों को जवाब मिलेगा
गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (X) पर लिखा कि जो नक्सली हिंसा छोड़कर संविधान (Constitution) में विश्वास जताते हुए मुख्यधारा से जुड़ना चाहते हैं, उनका स्वागत है।
लेकिन जो बंदूक उठाए रहेंगे, उन्हें सेना (Forces) के प्रकोप का सामना करना पड़ेगा। शाह ने कहा कि हमारी नीति (Policy) स्पष्ट है “हथियार डालो या जवाब झेलो।” उन्होंने दोहराया कि केंद्र सरकार 31 मार्च 2026 (31 March 2026) तक देश को नक्सलवाद से मुक्त कराने के संकल्प पर पूरी तरह अडिग है।
https://twitter.com/AmitShah/status/1978781628307759314
बीजेपी सरकार के बाद बढ़ी आत्मसमर्पण की रफ्तार
अमित शाह ने यह भी बताया कि जनवरी 2024 से छत्तीसगढ़ में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार बनने के बाद अब तक 2100 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इसके अलावा 1785 नक्सलियों को गिरफ्तार (Arrested) किया गया है और 477 को सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ों (Encounters) में मार गिराया है। शाह ने कहा कि ये आंकड़े मोदी सरकार (Modi Government) की दृढ़ इच्छा शक्ति का प्रमाण हैं।
नक्सलवाद के अंत की ओर छत्तीसगढ़
शाह ने कहा कि अबूझमाड़ और उत्तर बस्तर जैसे इलाके, जो कभी नक्सल आतंक (Naxal Terror) के गढ़ माने जाते थे, आज शांति की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। अब केवल दक्षिण बस्तर (South Bastar) के कुछ हिस्सों में ही नक्सलियों की गतिविधियां बची हैं, जिन्हें सुरक्षा बल जल्द समाप्त कर देंगे। उन्होंने अपील की कि जो नक्सली अभी भी जंगलों में हैं, वे आत्मसमर्पण करें और विकास (Development) की धारा में शामिल हों।
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