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Ambikapur News: देश के नए थल सेनाध्यक्ष का क्या है अंबिकापुर शहर से नाता?

Ambikapur News: देश के नए थल सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी का क्या है अंबिकापुर शहर से नाता?

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Harsh Verma
Ambikapur News: देश के नए थल सेनाध्यक्ष का क्या है अंबिकापुर शहर से नाता?

Ambikapur News:लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को देश का नया थल सेनाध्यक्ष बनाया गया है. उनको यह बड़ी जिम्मेदारी मिलने के बाद उन्हें जानने वाले उनको ढेर सारी बधाई दे रहे हैं. साथ ही गौरवान्वित भी हो रहे हैं. ऐसे में अब देश के नए थल सेनाध्यक्ष का छत्तीसगढ़ कनेक्शन भी सामने आया है. उनका रिश्ता प्रदेश के अंबिकापुर शहर से भी रहा है. अंबिकापुर में जो लोग उन्हें जानते हैं वे उनके साथ बिताए दिनों को याद कर गौरवान्वित हैं.

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   सरस्वती शिशु मंदिर से की पढ़ाई 

आपको बता दें कि देश के नए थल सेनाध्यक्ष (Lieutenant General Upendra Dwivedi's) शहर के देवीगंज रोड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर से पढ़ाई की है. उन्होंने यहां पांचवीं कक्षा की पढ़ाई की है. हालांकि इसके बाद उनका चयन सैनिक स्कूल रीवा के लिए हो गया था. उन्होंने करीब 43 साल पहले 10 नवंबर 1972 को शिशु मंदिर में कक्षा पंचम में प्रवेश लिया था. 17 जुलाई 1973 को वे यहां से रीवा सैनिक स्कूल चले गए थे.

   पिता अंबिकापुर में खनिज अधिकारी के रूप में थे पदस्थ 

लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी के पिता श्रीकृष्ण द्विवेदी अंबिकापुर में खनिज अधिकारी के रूप में पदस्थ थे. स्थानांतरण के दौरान उन्होंने अंबिकापुर (Ambikapur News) में कार्यभार संभाला था. उपेन्द्र द्विवेदी मूलतः मध्य प्रदेश के रीवा के रहने वाले हैं. जहां वे अपने गांधी चौक स्थित शासकीय आवास में रहते थे. पिता का तबादला होने के बाद वे यहां से चले गए और सैनिक स्कूल में छठवीं में प्रवेश ले लिया.

   30 जून को जनरल मनोज पांडे की लेंगे जगह 

बता दें कि लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को भारतीय सेना का नया प्रमुख बनाया गया है. वह 30 जून को जनरल मनोज पांडे की जगह लेंगे. वर्तमान सेना प्रमुख जनरल मनोज सी पांडे, पीवीएसएम, एवीएसएम, वीएसएम 30 जून को रिटायर हो रहे है. द्विवेदी इस समय वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ हैं. इन्होंने लंबे समय तक जम्मू-कश्मीर में सेवाएं दी है. उपेंद्र द्विवेदी ने इसी साल 19 फरवरी थल सेना के उपप्रमुख का पदभार संभाला था. इससे पहले वे 2022-2024 तक उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के पद पर थे.

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