नई दिल्ली। Amazon को आज कौन नहीं जानता। हर छोटी से बड़ी चीज को ऑनलाइन तरीके से खरीदने के लिए हम इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसकी शुरूआत कैसे हुई थी? ज्यादातर लोग इस चीज को नहीं जानते होंगे। तो चलिए आज हम इसकी कहानी जानते हैं।
ऐसे हुई थी कंपनी की शुरूआत
बता दें कि यह कंपनी शुरूआत में ऑनलाइन बुकस्टोर के तौर पर काम करना शुरू किया था। लेकिन जैसे-जैसे समय बदलता गया, कंपनी दूसरी चीजों में भी हाथ आजमाने लगी। जैसे- वीडियो डाउनलोड, ऑडियोबुक डाउनलोड, सॉफ्टवेयर, वीडियो गेम, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़ा, फर्नीचर आदि जैसे चीजों की बिक्री शुरू कर दी। हालांकि, कंपनी सिर्फ इतने तक ही सिमित नहीं रही। आज ई कॉमर्स के मामले में कंपनी पहले पायदान पर है।
भारत में एंट्री
भारत में कंपनी की एंट्री साल 2012 में होती है। अब तक कंपनी के पास 17 साल के ग्लोबल बिजनेस का एक्स्पीरियंस हो चुका था। भारत में आने के बाद कंपनी की लोकप्रियता में तेजी से इजाफा हुआ। लेकिन भारत में Amazon को दूसरे E-commerce कंपनियों से कड़ी टक्कर मिली। क्योंकि भारत में Snapdeal और Flipkart तब तक छा चुकी थीं।
ग्राहकों को आकर्षित किया
हालांकि अमेजन ने यहां आने के साथ ही एक अलग क्रांति छेड़ दी। कई चीजों पर ऑफ देकर कंपनी ने ग्राहकों को अपने प्लेटफॉर्म की तरफ मोड़ लिया। ग्राहक भी तेजी के साथ इस कंपनी से लाभ उठाने लगे। देखते ही देखते अमेजन को शॉपिंग के लिए सबसे ज्यादा पसंद किया जाने लगा। हालांकि, अमेजन अभी भी भारत में अधिग्रहण के मामले में फ्लिपकार्ट से काफी पीछे है।
फ्लिपकार्ट को खरीदने की कोशिश
अमेजन ने फ्लिपकार्ट को तीन बार खरीदने की भी कोशिश की, उसने 52,800 करोड़ रुपये का ऑफर भी किया था। लेकिन शेयरहोल्डर्स ने वैल्यू कम बताकर डील से इनकार कर दिया। जानकारी के मुताबिक अमेज़न को जब तीसरी बार असफलता मिली थी तब Flipkart की Walmart से डील के लिए बातचीत चल रही थी। इंडिया में अमेज़न ने हाल ही में 2600 करोड़ रुपये का निवेश किया है। वहीं अमेज़न ने भारत में लंबी पारी खेलने के लिए टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए निवेश जारी रखने का फैसला लिया है।
गैराज से हुई थी शुरूआत
इसके लिए अमेज़न ने भारत में 5 बिलियन डॉलर के निवेश का लक्ष्य रखा है। वहीं इंडिया में मार्केट वैल्यू की बात करें तो यह 51 लाख करोड़ का है। जो किसी भी E-commerce कंपनी से काफी ज्यादा है। आज कंपनी इतनी बड़ी जरूर बन गई लेकिन कभी इसे एक गैराज से शुरू किया गया था।