The world’s youngest serial killer: आज हम आपको स्टोरी ऑफ द डे में एक ऐसे सीरियल किलर की कहानी बताएंगे जिसके बारे में सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। आज तक आपने जितने भी सीरियल किलर्स (Serial Killers) के बारे में सुना होगा, वे सब इस किलर के सामने पानी भरते नजर आते हैं। जिस उम्र में बच्चे खेलते-कूदते हैं उस उम्र यह किलर लोगों को मौत की नींद सुला रहा था।
8 साल की उम्र में सुला रहा था मौत की नींद
आमतौर पर हम देखते हैं कि खौफनाक घटनाओं को अंजाम देने वाला उम्र में बड़ा और दिमाग से काफी सनकी होता है। लेकिन बिहार के बेगूसराय जिले के एक छोटे से गांव में जन्मा ‘अमरजीत सदा’ (Amarjeet Sada) महज 8 साल की उम्र में एक खूनी बन गया। अमरजीत को दुनिया के सबसे छोटे सीरियल किलर (World’s youngest serial killer) और बिहार में मिनी सीरियल किलर (Mini serial killer) के नाम से जाना जाता है। (Crime News)
ग्रामीणों को उसपर शक हो गया था
अब सवाल उठता है कि खेलने-कूदने की छोटी उम्र में अमरजीत एक खूनी कैसे बन गया? मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार साल 2007 में इसने कथित तौर पर अपने छह महीने के कजिन की हत्या की थी। हत्या के बाद लोगों को शक हुआ कि बच्ची को किसी और ने नहीं, बल्कि अमरजीत सदा ने ही मारा है। जब ग्रामीणों ने उससे कड़ाई से पूछना शुरू किया तो उसने सबकुछ सच-सच बता दिया और कबूल किया कि उसने ही अपने कजिन को मारा है। इसके बाद तो ग्रामीणों के हाथ-पांव ही फुल गए। क्योंकि गांव में इससे पहले भी बच्चों की हत्या हुई थी।
पुलिस भी हैरान थी
बिना देर किए गांववालों ने भगवानपुर पुलिस स्टेशन को फोन किया और बताया कि हमने एक हत्यारे को पकड़ा हुआ है आप बिना देर किए मुशहरी गांव चले आइए। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस फौरन हरकत में आती है और मुशहरी गांव पहुंच जाती है। वहां पहुंचने के बाद पुलिसवाले देखते हैं कि ग्रामीणों ने एक बच्चे को पकड़ा हुआ है। पहले तो पुलिसवाले ग्रामीणों को डांटते हैं और कहते हैं कि ये क्या कर रहे हो, किसी बच्चे को पकड़कर कहते हों कि हत्यारे को पकड़ा हुआ है। लेकिन जैसे ही अमरजीत सदा अपना जुर्म कबूल करता है पुलिस भी हैरान रह जाती है कि कैसे कोई महज आठ साल का लड़का किसी की हत्या कर सकता है?
उसे दूसरों को तकलीफ में देखर खुशी मिलती थी
लेकिन उसका जुर्म महज एक हत्या तक ही समित नहीं था। उसने कबूल किया कि अब तक उसने तीन बच्चों को मारा है। जिसमें से एक उसकी सगी बहन भी थी। इस मामले की जांच कर रहे इंस्पेस्टर शत्रुघ्न कुमार ने बताया था कि अमरजीत सभी हत्याओं को एक ही तरह से अंजाम दिया करता था। हिरासत में लिए जाने के बाद अमरजीत सिर्फ मुस्कुरा रहा था। मेडिकिल जांच में डॉक्टरों ने बताया था कि वह कंडक्ट डिसऑर्डर (Conduct disorder) से पीड़ित था। उसे दूसरों को तकलीफ में देखकर खुशी मिलती थी। हैरानी की बात यह है कि इतने बड़े अपराध के बाद भी उन्हें जेल नहीं भेजा गया। क्योंकि भारतीय कानून ऐसा करने की इजाजत नहीं देता है।