शाजापुर। Kanya Vivah Yojana Discrimination मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना के तहत हुए विवाह आयोजन में बारातियों के साथ खाने में भेदभाव किए जाने का आरोप लगे हैं। यहां बारात लेकर पहुंचे बारातियों के लिए खाने में पूरी और आचार दिया गया, जबकि घरातियों के लिए काजू और मिठाई खिलाई गई। मौके पर मौजूद लोगों ने इस तरह कथित भेदभाव होने का कारण आपत्ति जताई और वीडियो बना लिया। Shajapur
Kanya Vivah Yojana
दरअसल, मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री कन्यादान विवाह योजना के तहत गरीब वर्ग की युवतियों का विवाह किया जाता है। जिसके तहत विवाह का सरा खर्चा प्रदेश सरकार द्वारा उठाया जाता है। लेकिन शजापुर जिले के शुजालपुर में इस आयोजन में खाना दिए जाने में भेदभाव किए जाने का आरोप लगाए गए हैं। बताया गया है कि जहां घरातिओं के लिए खाने के पैकेट में समोसा, अंगूर, मिठाई और काजू दिया गया तो वहीं बारातियों के लिए पूरी, सेव, मिर्ची, अचार और सब्जी दी गई। mp Shajapur
MP Kanya Vivah Yojana
हालांकि, बंसल न्यूज द्वारा इस आरोप की पुष्टि नहीं की जाती। सोशल मीडिया पर इस तरह की फोटो और वीडियो वायरल हो रहीं है, जिसमें इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। मामले में कनिष्ठ खाद्य अधिकारी रविंद्र राठौर ने कहा है कि कार्यक्रम के इस तरह दो प्रकार के पैकेट बांटे गए है, इसकी कोई जानकारी नहीं है। वहीं जनपद पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि रामचंद्र पाटोदिया ने जानकारी दी है कि कुछ विशेष लोगों के लिए वीआईपी पैकेट मंगाए गए थे। उपस्थित बाकी लोगों के लिए सामान्य भोजन के पैकेट दिए गए हैं। Shajapur
MP Kanya Vivah Yojana Discrimination
बता दें कि मध्य प्रदेश में प्रदेश की महिलाओं के लिए ‘मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना’ जैसी कई तरह की योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में भी परिवर्तन करते हुए दुल्हन को अपनी मर्जी से सामान खरीदे जाने की सुविधा भी दी गई है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 50 हजार रुपए की राशि का चेक सीधे कन्या को दिया जाता है। वहीं 6 हजार रुपए विवाह में खर्च किए जाते हैं।