UP News: IIT – BHU में बीटेक की छात्रा से गैंगरेप करने वाले तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। चेकिंग के दौरान आरोपियों को बुलेट के साथ पकड़ा है। आरोपियों की पहचान बृज इंकलेव कॉलोनी सुंदरपुर के कुणाल पांडेय, अभिषेक चौहान बजरडीहा और सक्षम पटेल बजरडीहा के रूप में हुई है।
बता दें कि IIT – BHU में 60 दिनों पहले बुलेट सवार तीन युवकों ने बंदूक दिखाकर एक छात्रा के कपड़े उतरवाए थे। उन्होंने छात्रा के साथ दुर्व्यवहार किया था और उसका वीडियो भी बनाया था।
कैसे 60 दिन बाद पकड़े गए IIT-BHU छात्रा से गैंगरेप के तीनों आरोपी
वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी (कुणाल, सक्षम और अभिषेक) विधानसभा चुनाव प्रचार के बहाने मध्य प्रदेश चले गए थे। चुनाव खत्म होने के बाद वो यूपी लौटे थे। लेकिन आरोपियों के रसूख और पहुंच के कारण पुलिस उनपर सीधा कार्रवाई करने से कतरा रही थी।
चुनाव प्रचार में लगे हुए थे
वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों बेखौफ होकर चुनाव प्रचार में लगे हुए थे। हालांकि, मामला सामने आने के बाद बीजेपी की जिला इकाई ने तीनों को पार्टी से निष्काषित कर दिया है।
क्या था पूरा मामला
1 नवंबर: आधी रात बाद करीब 1.30 बजे IIT-BHU(UP News) में साथी के साथ जा रही छात्रा से छेड़छाड़। बुलेट से आए तीन लड़कों ने गन प्वाइंट पर छात्रा के कपड़े उतारकर वीडियो बनाए।
2 नवंबर: मामले में FIR हुई। इसके बाद कैंपस में भारी विरोध-प्रदर्शन हुआ। आश्वासन के बाद 11 घंटे प्रदर्शन चला। लंका थाने के SHO को लाइन हाजिर किया।
3 नवंबर: BHU में छेड़छाड़ और कैंपस बंटवारे यानी IIT-BHU के बीच दीवार खड़ी करने पर बहस छिड़ी।
4 नवंबर: IIT-BHU में छेड़छाड़ का दूसरा मामला सामने आया। एक छात्र प्रणव ने बताया कि 31 अक्टूबर की रात उसी जगह पर छेड़छाड़ हुई थी। हालांकि छात्रा ने शिकायत नहीं की थी।
5 नवंबर: BHU और IIT-BHU के साथ पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई। BHU के कुलपति प्रो. सुधीर जैन(UP News) ने दीवार बनाने वाले प्रस्ताव का विरोध किया। कहा कि दीवार बनाकर विवाद नहीं करना है।
6 नवंबर: BHU सिंह द्वार पर छेड़छाड़ और दीवार का मुद्दा अचानक मारपीट में बदल गया। छात्र संगठन ABVP और AISA-BCM के बीच जमकर मारपीट हुई। कई स्टूडेंट्स घायल हुए।
7 नवंबर: IIT-BHU के स्टूडेंट पार्लियामेंट ने कहा कि पुलिस पीड़ित के बयान को बदलवा रही है। दबाव बना रही है। जांच में भी ढिलाई बरत रही है। पीड़ित का पुलिस ने स्टेटमेंट लिया।
8 नवंबर: पीड़ित की मजिस्ट्रेट के सामने पेशी हुई। बयान दर्ज किए गए। धारा बढ़ाकर गैंगरेप यानी 376(डी) जोड़ी गई। IIT-BHU के डायरेक्टर ऑफिस के बाहर छात्रों ने धरना दिया। क्लासेज रोक दी गईं। 6 हजार छात्रों ने जस्टिस रैली निकाली।
31 दिसंबर: तीनों आरोपी पकड़े गए। जिस बाइक से आए थे, वह बाइक भी बरामद कर ली गई है।
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हजारों छात्रों का प्रोटेस्ट सफल
वारदात के बाद 2 नवंबर की सुबह छात्रा ने लंका थाने में शिकायती आवेदन(UP News) दिया था। जैसे ही छात्रों को घटना के बारे में पता चला, करीब 2500 छात्रों ने राजपूताना हॉस्टल के सामने प्रोटेस्ट किया। इसके बाद विरोध की हवा पूरे कैंपस में फैल गई थी।
देखते ही देखते भारी संख्या में छात्र विरोध में शामिल हो गए थे। स्टूडेंट्स ने विरोध करते हुए पूरा कैंपस बंद करा दिया था। क्लास और लैब में रिसर्च का काम भी बंद कर दिया गया था। पूरे कैंपस में इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई थी।
11 घंटे छात्रों का धरना चला था। इसके बाद पुलिस और IIT-BHU के डायरेक्टर ने छात्रों के साथ बैठक की थी। उन्हें भरोसा दिया था कि 7 दिन में सभी आरोपी सलाखों के पीछे होंगे। ऐसी सजा मिलेगी कि उनकी सातों पुश्तें याद रखेंगी।
इसके बाद छात्रों ने प्रदर्शन खत्म(UP News) किया था। प्रशासन ने IIT-BHU और BHU के बीच दीवार बनाने का फैसला किया था। हालांकि, बाद में दीवार बनाने के फैसले को वापस ले लिया था।
यूनिवर्सिटी छात्रा(UP News) के साथ हुई घटना के बाद प्रदर्शन पर बैठे BHU छात्रों को समझाने के लिए पुलिस अधिकारी कैंपस में पहुंचे थे।
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