(रिपोर्ट- आलोक राय- लखनऊ)
हाइलाइट्स
- बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में बड़ा राजनीतिक आया भूचाल
- यावती ने अपने भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद को निकाला पार्टी से बाहर
- आकाश आनंद द्वारा दी गई एक सफाई तमतमाई मायावती
Akash Anand: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में बड़ा राजनीतिक भूचाल आया है। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपने भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद को पार्टी से बाहर निकाल दिया है। यह फैसला आकाश आनंद द्वारा दी गई एक सफाई के बाद लिया गया है, जिससे मायावती और नाराज हो गईं।
आकाश आनंद को पार्टी का दूसरा सबसे बड़ा चेहरा माना जाता था
आकाश आनंद को पार्टी का दूसरा सबसे बड़ा चेहरा माना जाता था और उन्हें मायावती का संभावित उत्तराधिकारी भी बताया जा रहा था। हालांकि, पिछले कुछ समय से दोनों के बीच मतभेद सार्वजनिक होते रहे हैं। आकाश द्वारा दी गई हालिया सफाई को मायावती ने पार्टी अनुशासन के खिलाफ माना और उन्हें पार्टी से बाहर करने का आदेश जारी कर दिया।
1. बीएसपी की आल-इण्डिया की बैठक में कल श्री आकाश आनन्द को पार्टी हित से अधिक पार्टी से निष्कासित अपने ससुर श्री अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में लगातार बने रहने के कारण नेशनल कोआर्डिनेटर सहित सभी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया गया था, जिसका उसे पश्चताप करके अपनी परिपक्वता दिखानी थी।
— Mayawati (@Mayawati) March 3, 2025
निष्कासन से पार्टी के भविष्य को लेकर सवाल
इस फैसले के बाद बसपा में खलबली मच गई है। आकाश आनंद ने पार्टी के भीतर और बाहर कई महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई थीं और उन्हें युवा वोटर्स के बीच लोकप्रिय माना जाता था। उनके निष्कासन से पार्टी के भविष्य को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। मायावती ने इस फैसले के पीछे पार्टी अनुशासन और एकता को प्राथमिकता बताया है। उन्होंने कहा कि बसपा एक विचारधारा और आंदोलन से जुड़ी पार्टी है, और इसमें किसी भी व्यक्ति को संगठन से ऊपर नहीं रखा जाएगा।
2. लेकिन इसके विपरीत श्री आकाश ने जो अपनी लम्बी-चौड़ी प्रतिक्रिया दी है वह उसके पछतावे व राजनीतिक मैच्युरिटी का नहीं बल्कि उसके ससुर के ही प्रभाव वाला ज्यादातर स्वार्थी, अहंकारी व गैर-मिशनरी है, जिससे बचने की सलाह मैं पार्टी के ऐसे सभी लोगों को देने के साथ दण्डित भी करती रही हूँ।
— Mayawati (@Mayawati) March 3, 2025
कौन है आकाश आनंद
आकाश आनंद मायावती के भाई आनंद कुमार के बेटे हैं और पिछले कुछ वर्षों से बसपा के प्रमुख चेहरों में से एक रहे हैं। उन्हें पार्टी के आधुनिकीकरण और युवाओं तक पहुंच बनाने का श्रेय दिया जाता था। हालांकि, पार्टी के भीतर उनकी बढ़ती प्रभावशाली भूमिका को लेकर मायावती के साथ तनाव की खबरें लगातार सामने आती रही हैं।
3. अतः परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान मूवमेन्ट के हित में तथा मान्यवर श्री कांशीराम जी की अनुशासन की परम्परा को निभाते हुए श्री आकाश आनन्द को, उनके ससुर की तरह, पार्टी व मूवमेन्ट के हित, में पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
— Mayawati (@Mayawati) March 3, 2025