भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष Ajay Singh Statement और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय सिंह ने बीजेपी में जाने की अटकलों पर विराम लगा दिया है। अजय सिंह ने कहा कि उन्हें उनके पिता स्वर्गीय अर्जुन सिंह से सदभाव के साथ सबको साथ लेकर चलने की सीख विरासत में मिली है। वो कांग्रेसी थे, हैं और रहेंगे। सौजन्यता और सदभाव लोकतंत्र का हिस्सा हैं। उन्होंने आगे कहा कि विचारधारा पर मतभेद भले हों लेकिन मनभेद नहीं।
राजनीतिक जीवन में उनसे बहुत सीखा
अजय सिंह ने स्व. अर्जुनसिंह के राजनीतिक कार्यकाल को याद करते हुए कहा कि उन्होंने हमेशा प्रतिपक्ष का सम्मान किया| प्रतिपक्ष के सुझावों को वे हमेशा ध्यान से सुनते थे और आलोचनाओं से कभी विचलित नही होते थे| लोकतंत्र की स्वस्थ परम्पराओं का उन्होंने हमेशा पालन किया|
विकास में इसे कभी आड़े आने नहीं दिया
अजय सिंह ने कहा कि भले ही विचारधाराएं अलग अलग हों लेकिन उन्होंने प्रदेश के विकास में इसे कभी आड़े आने नहीं दिया। यही कारण है कि प्रदेश में भाजपा सरकार के समय केंद्रीय मंत्री के रूप में उन्होंने मध्यप्रदेश को जो दिया वह हमेशा याद किया जाएगा। मैंने अपने राजनीतिक जीवन में उनसे बहुत सीखा है।