आइजोल। मिजोरम के चर्चों और नागरिक समाज संगठनों द्वारा ज्यादा बच्चे पैदा करने की पहल को प्रोत्साहित करते हुए राज्य के खेल मंत्री रॉबर्ट रोमाविया रॉयते ने मंगलवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र आइजोल ईस्ट-दो में सबसे ज्यादा बच्चे पैदा करने का दावा करने वाले 17 माता पिता को ढाई लाख रुपये और प्रशस्ति पत्र वितरित किये। रॉयते को स्थानीय लोग “आर आर आर” के नाम से जानते हैं और उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र में जनसांख्यिकीय दृष्टि से छोटे मिजो समुदायों में जनसंख्या वृद्धि को प्रोत्साहन देने के लिए जून में ‘फादर्स डे’ के अवसर पर सर्वाधिक संतानों वाले माता पिता को एक-एक लाख रुपये नकद देने की घोषणा की थी।
रॉयते ने तुईथीयांग क्षेत्र की निवासी एक विधवा नगुरौवी को एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जिसके 15 बच्चे हैं और उनमें से सात बेटे हैं। छिंगा वेंग की रहने वाली एक अन्य महिला लियानथांगी को द्वितीय पुरस्कार के तौर पर 30 हजार रुपये और एक प्रशस्ति पत्र दिया गया। लियानथांगी के 13 बच्चे हैं। दो महिलाओं और एक पुरुष को 20-20 हजार रुपये नकद और प्रशस्ति पत्र दिया गया जिनके 12-12 बच्चे हैं। इसके अलावा आठ-आठ बच्चों वाले 12 माता पिता को पांच-पांच हजार रुपये का सांत्वना पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र दिया गया।
रॉयते ने पीटीआई-भाषा से कहा कि मिजो जनसंख्या की वृद्धि दर में गिरावट एक गंभीर समस्या है। जनगणना के आंकड़ों के अनुसार 2011 में राज्य की जनसंख्या 10.97 लाख थी जो कि 2001 में हुई जनसंख्या से 23.48 प्रतिशत ज्यादा थी। मिजोरम की जनसंख्या में 1971-1981 के बीच बेतहाशा वृद्धि हुई थी जब आबादी 48.55 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी। मंत्री ने खुद को सही ठहराते हुए कहा कि मिजोरम में विकास के लिए जितने लोगों की आवश्यकता है, जनसंख्या उससे बेहद कम है। उन्होंने कहा, “मिजोरम जैसे राज्य में दो बच्चों के नियम का पालन करना अस्वीकार्य और अतार्किक है जहां जनसंख्या घनत्व केवल 52 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है जबकि अन्य राज्यों में यह 600 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है।”
गौरतलब है कि असम और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में बढ़ती आबादी पर लगाम लगाने के लिए दो बच्चों की नीति लागू है। रॉयते ने कहा कि मिजोरम में जनसंख्या घनत्व 52 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर है और राष्ट्रीय औसत को प्राप्त करने के लिए कम से कम 94 व्यक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर होना चाहिए। मिजोरम की जनसंख्या का कुल 87 प्रतिशत मिजो जनजाति है। उन्होंने कहा कि यहां कम जनसंख्या का अर्थ है कि पूरे देश के लिए को नियम हैं वह कुछ क्षेत्रों और समुदायों के लिए हानिकारक है। रॉयते ने चर्चों और ‘यंग मेन क्रिश्चियन एसोसिएशन’ द्वारा जनसंख्या वृद्धि के लिए चलाये जा रहे अभियान का भी समर्थन किया।