Ekadashi kab hai: भादो का महीना चल रहा है। ये महीना कृष्ण जी के लिए खास माना जाता है। तो वहीं एकादशी तिथि (Aja Ekadashi 2024 in Hindi) कृष्णजी की सबसे प्रिय तिथि है।
ऐसे में यदि आप भी भाद्रपद (Bhadrapad 2024 Vrat Tyohar) में आने वाले जया एकादशी तिथि को लेकर कंफ्यूज हैं तो हम आपको बताते हैं ज्योतिषाचार्य के अनुसार जय-अजा एकादशी तिथि (Jaya Ekadashi 2024) की सही तिथि क्या है।
साथ ही जानेंगे कि अजा एकादशी पर क्या खास संयोग बन रहे हैं, अजा एकादशी व्रत रखने से कौन से फायदे होते हैं? अजा एकादशी व्रत का पारण किस समय है?
अजा एकादशी का महत्व
शास्त्रों के अनुसार यदि आप अश्वमेघ यज्ञ (Ashwamedha Yagya) के समाज शुभ फल पाना चाहते हैं तो आपको अजा एकादशी का व्रत जरूर करना चाहिए। इस व्रत को करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है। साथ ही इसके प्रभाव से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति भी होती है।
अजा एकादशी पर बनेंगे 3 शुभ संयोग
भाद्रपद की जया एकादशी 3 शुभ संयोगों में आएगी। पहला संयोग इसके आने वाले दिन को खास बना रहा है। एकादशी का संबंध श्रीकृष्ण से है। भगवान विष्णु कृष्णजी का रूप हैं। एकादशी गरुवार के दिन आ रही है जो इस व्रत को खास बना देगी। इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा।
28 नहीं 29 अगस्त को आएगी जया एकादशी
ज्योतिषाचार्य पंडित रामगोविंद शास्त्री के अनुसार नवमीं तिथि मंगलवार की रात 4:54 पर आ गई थी, जो आज यानी 28 अगस्त को पूरे दिन रहेगी। इसके बाद दशमी यानी एकादशी तिथि रहेगी।
भाद्रपद की जया एकादशी की प्रारंभ तिथि
28 अगस्त की देर रात 3:52 बजे से एकादशी तिथि शुरू हो जाएगी।
29 अगस्त को दिन भर रहेगी।
जया एकादशी तिथि की सही तारीख
हिन्दू पंचांग के अनुसार एकादशी तिथि सूर्योदया में आएगी इसलिए जया एकादशी का व्रत 29 अगस्त को ही रखा जाएगा।
कब होगा अजा एकादशी व्रत पारण
हिन्दू पंचांग के अनुसार अजा एकादशी व्रत पारण का सही समय लाभ चौघडिया में 30 अगस्त को सुबह 7:34 मिनट से 9:10 मिनट तक रहेगा। यानी इस समय तक आप व्रत का पारण कर सकते हैं। ये समय पारण के लिए बेहद शुभ माना जाता है।
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