नई दिल्ली। ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक खुला पत्र लिखकर उनकी सरकार पर बीआर आंबेडकर की विचारधारा का पालन न करने और अल्पसंख्यकों के मुद्दों पर चुप रहने का आरोप लगाया है। वामपंथी छात्र संगठन ने पत्र में कहा कि एक धर्मांतरण कार्यक्रम में उपस्थिति पर विवाद के कारण केजरीवाल के मंत्रिमंडल में शामिल राजेंद्र पाल गौतम का इस्तीफा “आंबेडकर के साथ विश्वासघात” है।
AISA ने कहा कि एक तरफ आम आदमी पार्टी (AAP) खुद को भाजपा का विकल्प बताती है, वहीं दूसरी तरफ वह घृणा की राजनीति को चुनौती नहीं देती। संगठन ने कहा कि आप 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हुई हिंसा की निंदा करने में ‘विफल’ रही और संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर दिल्ली पुलिस द्वारा कड़े गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत आरोप लगाए जाने पर चुप रही।