Airplane Blue Seats: हवाई जहाज का सफर तो आपने किया ही होगा ऊंचे आसमान में सफर करने का आनंद ही अलग होता है इससे ही जुड़े दिलचस्प फैक्ट सामने आया है जिसमें क्या आपने कभी सोचा है कि, आखिर हवाई जहाज में आसमान की तरह नीले रंग की सीटें क्यों होती इसका कोई और रंग क्यों नहीं। क्या होती है इसके पीछे की कहानी जानिए।
जानिए नीली सीटों का इतिहास
हवाई जहाज की सीटों के इतिहास को लेकर बात करें तो, साल 1970 और 1980 में कुछ एयरलाइंस ने सीट्स पर लाल फैब्रिक यूज करने का प्रयास किया था लेकिन फिर से इसका रंग नीला किया गया। यहां पर लाल रंग की सीटों के पीछे का लॉजिक सामने आया कि, यात्रियों के बीच अधिक आक्रमकता का स्वभाव पाया गया।इसके बाद से एयरलाइन कंपनियों ने सीटों के रंगों को बदल कर नीला कर दिया था। यहां पर रिपोर्ट्स की मानें तो, हवाई जहाज में नीली सीटों का इस्तेमाल कई दशकों पहले से ही शुरू किया गया था और आज भी कई एयरलाइंस अपने प्लेन में नीले रंग की सीटें ही इस्तेमाल करती है जिसके पीछे का रिसर्च कहता है कि, नीले रंग को लोग विश्वसनीयता और सुरक्षा होती है।
जानें प्लेन में नीले सीटों का होना क्यों जरूरी
आपको बताते चलें कि, नीले सीट प्लेन में होने के कई फायदे होते है जिसमें नीले रंग की सीट इसलिए भी इस्तेमाल की जाती है क्योंकि इस रंग पर गंदगी और धूल बहुत कम दिखाई देते हैं। इसके साथ-साथ नीले रंग की सीट किसी अन्य हल्के रंग की सीटों की तुलना में लंबे समय तक यूज की जा सकती हैं।
- इसके अलावा नीले रंग को अगर आप अपने ब्रैंड में प्रयोग करते है तो यह रंग यात्रियों को आकर्षित करने के साथ ही एयर फोबिया से ग्रसित लोगों को शांत रखने में भी अपनी भूमिका निभाता है। कई रिसर्च के अनुसार नीले रंग के कारण एयर फोबिया से ग्रसित लोगों में गुस्सा और लंबी उड़ान के समय बेचैनी कम होती है।