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मैहर। प्रदेश सहित पूरे देश में कोरोना महामारी का कहर लोगों के लिए नासूर बन गया है। पिछले साल के बाद इस साल भी इसका कहर एक बार फिर अपने प्रचंड रूप में लोगों को डरा रहा है। रोजाना प्रदेश में हजारों नए मरीज सामने आ रहे हैं। इस कारण सरकार भी लगातार सख्ती के फैसले ले रही है। प्रदेश के कई जिलों में लॉकडाउन को बढ़ा दिया गया है। अब इसका असर मंदिरों के पट खुलने पर भी दिखने लगा है।
महाकाल के बाद अब मैहर की मां शारदा के मंदिर के पटों पर भी ताला जड़ दिया गया है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। अब चैत्र के नवरात्रों में भी लोगों को मां के दर्शन नहीं हो सकेंगे। गौरतलब है पिछले साल भी इसी समय मां के मंदिर को बंद कर दिया गया था। अब इस साल भी मंदिर के पटों पर ताला डाल दिया गया है। इस दौरान मंदिर पूरी तरह बंद रहेगा।
दूसरे राज्यों से दर्शन करने आते हैं भक्त…
मंदिर में न भक्तों को प्रवेश मिलेगा और न ही लोग मां शारदा के दर्शन कर सकेंगे। हालांकि पुजारी मां की आरती के लिए सुबह-शाम यहां आएंगे। बता दें कि मां शारदा मंदिर में उप्र, बिहार, राजस्थान, हरियाणा और मप्र के रोजाना भक्त मां के दर्शन के लिए आते हैं। आने वाले गुरुवार से शुरू होने वाली चैत्र की नवरात्रि यहां भक्तों की भड़ लगती है। हर साल चैत्र और शारदीय नवरात्र मेंयहां भक्तों की भीड़ लगती है। बता दें कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए उज्जैन के महाकाल मंदिर में भक्तों को दर्शन करने पर रोक लगा दी गई है। महाकाल के दरबार में भी अब केवल पुजारियों को अनुमति दी गई है।
संक्रमण को देखते हुए चित्रकूट धाम में अमावस्या के अवसर पर लगने वाले मेले को भी स्थगित कर दिया गया है। 11 और 12 अप्रैल को इसका आयोजन किया जाना था। कोरोना संक्रमण को देखते हुए इसे स्थगित कर दिया गया था। बता दें कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। इसको लेकर प्रशासन भी सख्त दिख रहा है। प्रदेश के कई जिलों में संक्रमण पर काबू पाने के लिए लॉकडाउन की घोषणा की गई है। वहीं राजधानी समेत कई क्षेत्रों को कटेंनमेंट जोन में रखा गया है।