नई दिल्ली। अगर किसी अपवाद को छोड़ दिया जाए तो आप किसी से फोन या मोबाइल पर बात करते समय सबसे पहले क्या बोलते हैं। ज्यादातर लोग कहेंगे ‘हेलो’ (Hello)। लेकिन क्या कभी आपने ये सोचा है कि हम ऐसा क्यों करते हैं। आखिर इसकी शुरूआत कब हुई और इसे सबसे पहले किसने बोला। आप कहेंगे अरे ये क्या सवाल है। ‘हेलो’ अभिवादन का शब्द है इसलिए हम ऐसा बोलते हैं। लेकिन क्या ये अकेला ऐसा शब्द है जिसे हम अभिवादन के रूप में इस्तेमाल करते हैं, ऐसा नहीं है। तो चलिए आज हम आपको इसके पीछे की वजह बताते हैं।
क्या गर्लफ्रेंड के नाम के कारण बोला जाता है ‘हेलो’
कई रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि टेलीफोन के अविष्कारक अलेक्जेंडर ग्राहम बेल (Alexander Graham Bell) की प्रेमिका का नाम मार्गरेट हेलो था। उन्होंने जब टेलीफोन का अविष्कार कर किया तो अपने प्रेम को अमर करने के लिए सबसे पहला शब्द हेलो बोला और तभी से ये परंपरा चली आ रही है।
अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने टेलीफोन को 1876 में पेटेंट करवाया था
हालांकि ये दावा बिल्कुल गलत है। क्योंकि अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने टेलीफोन को 1876 में पेटेंट करवाया था और इसके एक साल बाद ही उन्होंने 1877 में लव मैरिज की थी। मैरिज सर्टिफिकेट के अनुसार उनकी पत्नी का नाम ‘माबेल हबर्ड’ (Mabel Hubbard) था ना कि नार्गरेट हेलो। इस नाम से उनके जीवन कोई महिला नहीं थी।
एडिसन ने ‘हेलो’ को किया था इजात
दरअसल, जब टेलीफोन का अविष्कार किया गया तो उस वक्त इस बात पर विचार किया गया कि आखिर कोई ऐसा शब्द हो जो सबसे पहले बोला जाए और उसे पुरी दुनिया उपयोग कर सकें। ग्राहम बेल ने एक शब्द को सुझाया ‘एहोय’ (AHOY)। इस शब्द का प्रयोग जहाज या नाव पर कॉल करने के लिए किया जाता है। लेकिन थॉमस एडिसन (Thomas Edison) ने इस शब्द पर ऐतराज जताया और एक नया शब्द ‘हेलो’ को इजात किया। इस शब्द को सब उपयोग कर सके इसके लिए एडिसन ने उस वक्त अभियान चलाया था। अगर आज की बात करें तो पूरी दुनिया कॉल पर सबसे पहले ‘हेलो’ बोलती है, चाहे यूजर किसी भी भाषा को क्यों ना बोलता हो।