हाइलाइट्स
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बीजेपी में जाने की सिर्फ औपचारिक घोषणा बाकी
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कलमनाथ के बीजेपी में जाने के कारण
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पहले ही दे चुके थे संकेत
भोपाल। KamalNath: एमपी की सियासत में कांग्रेस का ग्राफ लगातार नीचे आ रहा है। कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के बीजेपी में जाने की अटकलें चल रही हैं। कमलनाथ और सांसद बेटे नकुलनाथ आज यानी शनिवार दोपहर को दिल्ली पहुंच गए हैं। दिल्ली में उनसे पूछा गया कि क्या वे बीजेपी में जा रहे हैं। इस सवाल के जवाब में उन्होंने न ही हां कहा है और न ही ना कहा है। इस जवाब से अभी भी सस्पेंस बरकरार है।
विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस को मिली करारी हार के बाद पूर्व सीएम कमलनाथ एमपी की राजनीति से दूर हो गए थे। राज्यसभा चुनाव में भी उनका नाम चला, इसके बाद अब वे फिर से चर्चा में आ गए हैं। कमलनाथ के बीजेपी में जाने के संकेत इन वजहों से मिले है।
जीतू पटवारी के पदभार कार्यक्रम में नहीं हुए शामिल
मप्र में विधानसभा में मिली चुनावी हार के बाद कांग्रेस आलाकमना ने पार्टी की कमान जीतू पटवारी को सौंप दी। कहा जा रहा है इससे कमलनाथ नाराज थे। इसलिए वे जीतू पटवारी के पदभार कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए। साथ ही विधानसभा में भी विपक्ष का नेता उमंग सिंगार और उपनेता विपक्ष हेमंत कटारे को बनाया गया। तब भी कमलनाथ से राय-शुमारी नहीं हुई।
सीएम यादव से मिलना, उसी शाम छिंदवाड़ा कलेक्टर का हटना
बीते 8 फरवरी को विधानसभा में सीएम मोहन यादव से कमलनात ने मुलाकात की। मिलने दिन ही शाम को छिदवाड़ा कलेक्टर का ट्रांसफर हो गया। इसके बाद 11 फरवरी को फिर से कमलनाथ सीएम यादव से मिलने उनके निवास गए। दोनों के बीच क्या बात हुई इसे गुप्त ही रखा गया। बीते एक महीने में कमलनाथ ने सीएम मोहन यादव से तीन बार मुलाकात की है।
राज्यसभा उम्मीदवार अशोक सिंह के नामांकन में नहीं हुए शामिल
14 फरवरी को कांग्रेस पार्टी ने राज्यसभा के लिए मप्र से अशोक सिंह को अपना उम्मीदवार घोषति किया। कमलनाथ अशोक सिंह को ट्वीट कर तो बधाई दे दी। लेकिन वे उनके नामांकन में शामिल नहीं हुए। वे इस दौरान छिंदवाड़ा दौरे पर थे। कहा जा रहा है उन्हें राज्यसभा का उम्मीदवार नहीं बनाया गया इसलिए भी नाथ नाराज चल रहे हैं।
बीजेपी में जाने के सावलों को नहीं किया खारिज
कमलनाथ से पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन के बुलावे पर उन्होंने हंसकर टाल दिया था। इससे उनके बीजेपी में जाने की अटकलें तेज हो गई थी। वहीं शुक्रवार को ही जब एपमी बीजेपी के अध्यक्ष बीडी शर्मा से इस बारे में सवाल किया गया कि क्या कमलनाथ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं तो उन्होंने कहा था कि देश सेवा के लिए दरवाजे खुले हैं।
पार्टी गाइडलाइन से इतर चलना
इसके अलावा कमलनाथ ने पार्टी की गाइडलाइन से हटकर कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ ने छिंदवाड़ा में भगवान राम के नाम के पत्रक बांटे थे। साथ ही उन्होंने लोगों से अपील की थी कि कम से कम 108 बार भगवान राम नाम लिखें।
महापौर ने छोड़ी पार्टी तो नाथ बोले थे- जो जाना चाहते है, वे चले जाएं
बीते हफ्ते कमलनाथ के करीबी माने जाने वाले जगतबहादुर अन्नू और पूर्व महाधिवक्ता शशांक शेखर ने बीजेपी ज्वाइन कर ली। दोनों नेताओं के पार्टी छोड़ने पर कमलनाथ ने कहा था, जो जाना चाहते है, वे चले जाएं। बता दें कि जगतबहादुर अन्नू जबलपुर के महापौर तो थे ही साथ ही जबलपुर कांग्रेस के अध्यक्ष भी थे।
कांग्रेस के स्थानीय नेताओं से अलग-अलग मिले कमलनाथ
14 फरवरी को ही कमलनाथ छिदवाड़ा दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के कई कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने स्थानीय नेताओं से एक-एक कर मुलाकातें की थी। इसमें पूर्व मंत्री दीपक सक्सेना, छिंदवाड़ा जिला अध्यक्ष विश्वनाथ ओकटे, सागर के कांग्रेस नेता अरुणोदय चौबे, सिवनी के कांग्रेस नेता एवं छिंदवाड़ा के प्रभारी सुनील जायसवाल जैसे नेता शामिल हैं जिनसे कमलनाथ मिले थे।