नई दिल्ली। माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर (Twitter) ने भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के ट्विटर अकाउंट से कुछ देर के लिए ब्लू टिक वेरिफिकेशन को हटा दिया था। हालांकि, चंद घंटों में ही ट्विटर ने ब्लू टिक को बहाल कर दिया। ऐसे में जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर ट्विटर का यह ब्लू टिक किसी को कैसे मिलता है और इसे किन स्थितियों में हटाया जाता है?
ऐसे मिलता है ब्लू टिक
दरअसल, ट्विटर के वेरिफिकेशन बैज (Verification badge) पाने के लिए अप्लाई करना होता है। इसने लिए आपको अपने ट्विटर अकाउंट की Settings में जाकर Request Verification बटन पर क्लिक करना होगा। इस बटन पर क्लिक करने के बाद आपको चुनना होगा कि आप ब्लू टिक दी जाने वाली किस कैटेगरी में आते हैं। उसके बाद आपको अपनी पहचान बताने के लिए सरकार की तरफ से दिया हुआ कोई ID कार्ड, दफ्तर से मिला हुआ ईमेल ऐड्रेस या फिर उस अधिकारिक वेबसाइट का लिंक देना होगा जो आपके ट्विटर अकाउंट की पुष्टि करती है।
इन नियमों का करना पड़ता है पालन
ट्विटर ने सरकार, कम्पनीज, ब्रांड्स और संगठन, न्यूज संगठन और पत्रकार, मनोरंजन, स्पोर्ट्स और गेमिंग ऐक्टिविस्ट, ऑर्गनाइजर्स और अन्य प्रभावशाली व्यक्ति जैसी कैटेगरी बनाई हैं। लोगों को ब्लू टिक पाने के लिए इन कैटेगरी में फिट होना जरूरी है। साथ ही आपका अकाउंट असली और एक्टिव होना चाहिए। एक्टिव होने से मतलब है कि अकाउंट पिछले 6 महीनों से लगातार उपयोग में हो और पिछले एक साल में आपने ट्विटर के किसी नियम को भंग नहीं किया हो। इस पूरी प्रक्रिया के बाद आपका आवेदन अगर मंजूर होता है तो आपके अकाउंट के आगे ब्लू टिक लग जाएगा।
इन स्थितियों में हटा दिया जाता है ब्लू टिक
अगर आपका अकाउंट लंबे समय से एक्टिव नहीं है तो कंपनी ब्लू टिक को हटा सकती है। महेंद्र सिंह धोनी के मामले में यही हुआ। ट्विटर ने अपनी पॉलिसी में साफ-साफ लिखा है कि यदि आपका अकाउंट लंबे समय से एक्टिव नहीं है तो कंपनी बिना नोटिस दिए आपके अकाउंट से ब्लू टिक हटा सकती है। साथ ही अगर आपके अकाउंट से बार-बार ट्विटर की पॉलिसी का उल्लंघन किया जा रहा है तो इस स्थिति में भी अकाउंट से ब्लू टिक को हटाया जा सकता है।