नई दिल्ली। हम आए दिन सुनते है कि जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हो गई। वहीं शराब की बॉटल पर भी लिखा जाता है कि शराब स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। लेकिन इसके बाद भी लोग लगातार शराब का सेवन करते हैं। वहीं कई बार लोग लोकल स्तर पर भी बनाते हैं। जिसे पीने के बाद लोगों की मौत तक हो जाती है। तो हम इस खबर में आपको शराब बनाने की प्रक्रिया से लेकर यह शराब जहरीली कैसे हो जाती है, यह सारी जानकारी देने वाले हैं।
कैसे बनाई जाती है देसी शराब?
सामान्यत: देसी शराब बनाने के लिए महुआ के फूल, गन्ने या खजूर के रस, शक्कर, शोरा, जौ, मकई, सड़े हुए अंगूर, आलू, चावल, खराब संतरे का उपयाग किया जाता है। स्टार्च वाली इन चीजों में ईस्ट मिलाया जाता है जिससे कि फर्मेंटेशन कराया जा सके। इसके बाद इन्हें सड़ाया जाता है जिसके लिए इसमें ऑक्सीटॉक्सिन मिलाया जाता है। साथ ही इसके नौसादर, बेसरमबेल की पत्ती और यूरिया भी मिलाया जाता है। इसे और भी ज्यादा नशीला बनाने के लिए मेथेनॉल भी मिलाया जाता है।
कैसे जहरीली हो जाती है शराब?
शराब को या देसी कच्ची दारू को ज्यादा नशीला बनाने की कोशिश की जाती है तो ऐसे में यह जहरीली हो जाती है। देसी शराब को नशीली बनाने के लिए इसमें जब यूरिया, ऑक्सीटॉक्सिन, बेसरमबेल की पत्ती वगैरह मिलाकर फर्मेंटेशन यानी किणवन कराया जाता है, तब इन रसायनों के मिलने से शराब (एथिल अल्कोहल) की बजाय मेथिल अल्कोहल बन जाता है। जिसके बाद यह मेथिल अल्कोहल ही शराब को जहरीला बनाने का कारण होता है।
कैसे मौत का कारण बनती है जहरीली शराब?
मेथिल अल्कोहल के शरीर में जाते ही केमिकल रिएक्शन तेज होता है। इससे शरीर के अंदरूनी अंग काम करना बंद कर देते हैं। जिसके बाद लोगों की मौत हो जाती है।